प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को बाड़मेर में देश की सबसे आधुनिक रिफाइनरी का ‘कार्य शुभारंभ’ करेंगे। बाड़मेर जिले के पचपदरा में बनने वाली इस रिफाइनरी को लेकर प्रदेश का सियासी माहौल गरम है। इस पर विवादों की वजह से ही इसके आमंत्रण पत्र पर शिलान्यास की जगह ‘कार्य शुभारंभ’ रखा गया है। इसके साथ ही प्रदेश में दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट के उपचुनाव के कारण भी प्रतिपक्षी दलों ने इस मौके पर प्रधानमंत्री को बुलाने पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर निशाना साधा है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रिफाइनरी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिख कर बताया था कि सोनिया गांधी 2013 में ही इसका शिलान्यास कर चुकी हैं। इसके बाद प्रदेश की भाजपा सरकार ने विवादों से बचने के लिए शिलान्यास की जगह ‘कार्य शुभारंभ’ नाम का इस्तेमाल किया। गहलोत का आरोप था कि भाजपा सरकार ने इस रिफाइनरी को चार साल देर से शुरू करवा कर प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है। गहलोत का कहना है कि समारोह का नाम बदल कर मुख्यमंत्री राजे अपना चेहरा बचाना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की देरी के कारण ही प्रधानमंत्री को इस रिफाइनरी के उद्घाटन की जगह इसका शिलान्यास करना पड़ रहा है।
दूसरी ओर प्रदेश भाजपा इसे जनता के हित में बता रही है। प्रदेश भाजपा ने प्रधानमंत्री की सभा के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र्र प्रधान पिछले तीन दिन से बाड़मेर जिले में डेरा डाले हुए है। प्रधान का कहना है कि साढ़े 43 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली वाली इस रिफाइनरी का काम चार साल में पूरा हो जाएगा। रिफाइनरी एचपीसीएल और राजस्थान सरकार का संयुक्त उपक्रम होगा। इसके साथ ही इसमें एक पेट्रोकेमिकल कांप्लेक्स भी होगा।
इस रिफाइनरी को लेकर राजनीति गरमाती जा रही है। प्रदेश में इस महीने के अंत में अजमेर और अलवर लोकसभा सीट के साथ ही मांडलगढ़ विधानसभा सीट का उपचुनाव होगा। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा प्रधानमंत्री के दौरे के जरिए भी सियासत कर रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट का आरोप है कि वसुंधरा सरकार की छवि जनता में बिगड़ गई है। इसलिए अब प्रदेश भाजपा को उपचुनावों में भी प्रधानमंत्री का सहारा लेना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री उपचुनाव से पहले एक बार फिर 22 जनवरी को प्रदेश के झुंझनूं जिले में एक कार्यक्रम में आएंगे। इससे ही कांग्रेस को भाजपा सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया है।
