प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (7 अगस्त) को तेलंगाना पहुंचकर सुपर थर्मल पावर परियोजना (एसटीपीपी) के पहले चरण की आधारशीला रखी। इस मौके पर पीएम ने कहा कि तेलंगाना सबसे छोटी उम्र का राज्य है। जिसे बने सिर्फ दो साल हुए हैं। पीएम ने बताया कि इतने कम वक्त में भी तेलंगाना ने बहुत कुछ पा लिया है। उन्होंने कहा कि जिस उद्देशय के साथ तेलंगाना को बनाया गया था वह अब पूरा हो रहा है। पीएम ने पानी की बर्बादी को लेकर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि हमें पानी का महत्व तब ही समझ आता है जब पानी नहीं रहता। पीएम ने पोरबंर का उदाहरण देते हुए कहा कि महात्मा गांधी की जन्मभूमि पर 200 साल पहले से पानी का संरक्षण होता आया है।

वहीं पीएम मोदी से पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने केंद्र सरकार की तारीफ की थी। राव ने कहा था कि ऐसा इतिहास में पहली बार है कि केंद्र में ऐसी सरकार है जिसपर भ्रष्टाचार का कोई आरोप ना लगा हो।

सुपर थर्मल पावर परियोजना परियोजना दो चरणों में पूरी होनी है। इसके पहले चरण में 1600 मेगावाट 1600 मेगावाट :2 गुणा 800 मेगावाट: और दूसरे चरण में 2400 मेगावाट :3 गुणा 800 मेगावाट: वाली परियोजना स्थापित की जाएगी। 1600 मेगावाट :2 गुणा 800 मेगावाट: और दूसरे चरण में 2400 मेगावाट :3 गुणा 800 मेगावाट: वाली परियोजना स्थापित की जाएगी। यह परियोजना एनटीपीसी के मौजूदा रामागुंडम के परिसरों में उपलब्ध भूमि में स्थापित की जाएगी। इस परियोजना के लिए 10,598.98 करोड़ रुपए के निवेश को मंजूरी दी गई है।