पीपल फॉर एनीमल्स समेत कई पशु अधिकार समूहों ने केरल सरकार के हिंसक और आवारा कुत्तों को खत्म करने के कदम का विरोध किया है। पीपल फॉर एनीमल्स ने कहा है कि सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करते हुए आवारा कुत्तों को खत्म करने के लिए कदम उठाएगी तो उन्हें कानून का दरवाजा खटखटाना होगा। संगठन के केरल प्रभारी रानीश पेरांबरा ने बुधवार को यहां बताया कि आवारा कुत्तों की नसबंदी संबंधी उपायों को लागू करने में पीपल फॉर एनीमल्स अपना पूरा सहयोग और मदद देगा। लेकिन इसकी आड़ में यदि कोई भी केंद्र सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करते हुए कुत्तों की हत्या करने की कोशिश करेगा पीपल फॉर एनीमल्स समेत कई पशु अधिकार समूहों ने केरल सरकार के हिंसक और आवारा कुत्तों को खत्म करने के कदम का विरोध किया है।तो उसे कानूनी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
राज्य में यह मुद्दा तब चर्चा में आया था जब रविवार को यहां के तटीय इलाके पुल्लिविला में कुत्तों के समूह ने एक 65 साल की महिला पर हमला कर दिया था। इस हमले में उनकी मौत हो गई थी। सुप्रीम कोर्ट में हाल में पेश की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक केरल में 2015-16 में एक लाख से ज्यादा लोगों को कुत्ते काट चुके हैं। आवारा कुत्तों के आतंक से निबटने के लिए राज्य सरकार ने मंगलवार को कहा था कि हिंसक आवारा कुत्तों को विशेष दवाइयां देकर खत्म कर दिया जाएगा। स्थानीय प्रशासन मंत्री केटी जलील ने कहा कि इस संबंध में कोई भी कदम पशु रोग चिकित्सक के प्रमाणपत्र देने के बाद ही उठाया जाएगा।
