बिहार बोर्ड की 12वीं की परीक्षा के परिणाम आने से पहले एकबार फिर फर्जीवाड़ा चरम पर है। कई अभिभावकों ने शिकायत की है कि उनके पास बच्चों को अंक बढ़ाने के लिए कुछ लोगों के फोन और मैसेज आ रहे हैं और इसके एवज में वे रुपयों की मांग कर रहे हैं। अभिभावकों के मुताबिक अंक बढ़ाने के लिए पैसों की मांग करने वाले लोग खुद को बिहार बोर्ड का अधिकारी बता रहे हैं। ये लोग 1000 रुपये अदा करने पर 25 नंबर बढ़ाने तक का ऑफर दे रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार बोर्ड के नाम पर ठगी करने वाले लोग अभिभावकों को बैंक खाता संख्या भेज रहे हैं, जिसमें वे मांगी गई रकम जमा कराने के लिए कहते हैं। अभिभावकों ने स्थानीय मीडिया को जानकारी दी कि उनके पास आए ऐसे फोन कॉल्स में सबसे पहले उनके बच्चे की आधार कार्ड से जुड़ी जानकारियां मांगी गई, इसके कुछ देर बार फोन पर परीक्षा के अंक बढ़ाने का ऑफर दिया गया। अभिभावकों ने बताया कि उन्हें यह कहकर ऑफर दिया जा रहा है कि ”आपके लड़के या लड़की के फलां विषय में इतने नंबर कम हैं, बाकी विषयों में नंबर अच्छे हैं, अगर फलां विषय में 25 नंबर और बढ़ा दिए जाएं तो वह फर्स्ट डिवीजन आ जाएगी।”
इसके बाद रुपयों की मांग की जाती हैं और साथ ही यह चेतावनी भी दी जाती है कि ”अभी अंकों में बदलाव हो सकता है, क्योंकि उन्हें कम्प्यूटर पर चढ़ाया जा रहा है, दो दिन बाद लाखों रुपये देकर भी बदलाव नहीं किया जा सकेगा, इसलिए तुरंत दिए गए अकाउंट नंबर में रुपये जमा कराएं।” अभिभावकों की शिकायत पर बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने साफ किया है कि परीक्षा परिणाम आने के कुछ दिन पहले ठग सक्रिय हो जाते हैं। बोर्ड ने अभिभावकों से ठगों के झांसे में नहीं आने की अपील है।
बोर्ड की तरफ से अभिभावकों को कहा गया है कि अगर अंक बढ़ाने के लिए उनके पास के किसी तरह की कॉल या मैसेज आता है तो तुंरत पास के थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराएं और इसकी जानकारी बोर्ड से भी साझा करें। बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि अब तक मिले फोन नंबर और अकाउंट नंबर की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी ऐसे मामले सामने आए थे, तब एक संगठित गिरोह को दबोचा गया था।

