उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव ने पिछले दिनों हुए पंचायत चुनावों के शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने का दावा करते हुए कहा कि ग्राम पंचायतों के पास अधिक धन और संसाधन आ जाने के कारण इन निकायों के चुनाव कानून-व्यवस्था के लिहाज से बेहद कठिन हो गए हैं।

पुलिस महानिदेशक ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि ग्राम पंचायतों के चुनाव लोकसभा और विधानसभा चुनाव से भी मुश्किल होते हैं। एक-एक वोट पर हार जीत निर्भर करती है। इन दिनों प्रधानी चुनाव को लेकर गांवों में दुश्मनी, लड़ाई झगड़े कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती बन गए हैं।

यादव ने कहा कि उन्होंने अपने सामाजिक और पेशेवर जीवन में चुनावों में जितनी मारकाट देखी है, उसकी तुलना में हालिया पंचायत चुनाव बहुत शांतिपूर्ण ढंग से हुए, सबसे बड़ी बात यह है कि चुनाव निष्पक्षता से हुए। उन्होंने पंचायत चुनावों को लेकर हिंसा के पीछे भ्रष्टाचार की मंशा की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जब गांव पंचायतों के पास संसाधन और पैसा नहीं था तो सिर्फ प्रतिष्ठा की बात होती थी, लेकिन अब उनके पास इतना काम हो गया है, विकास के साथ-साथ, स्कूल टीचरों और राशन की दुकानों के सत्यापन वगैरह का काम हो गया है इसलिये देखिये कि चुनाव में किस किस तरह के लोग आ रहे हैं। ऐसे में चुनाव कराना बहुत बड़ी चुनौती थी।

यादव ने माना कि पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद जारी रंजिशन हिंसा की घटनाओं का सिलसिला अभी नहीं रुकेगा। उन्होंने कहा कि अभी यह काफी दिन चलेगा। जब तक यह खत्म होगा तब तक अगले चुनाव की तैयारी शुरू हो जाएगी। पुलिस महानिदेशक ने प्रतापगढ़ जिले में पंचायत चुनाव के दौरान और उसके बाद हो रही हिंसक घटनाओं के बारे में कहा कि सभी मामलों में जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।