खुले में शौच करने वाले 20 परिवारों को बड़ी सजा देने का मामला सामने आया है। मामला ओडिशा के गंजम जिले का है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक यहां पंचायत ने खुले में शौच करने वाले लोगों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली यानी पीडीएस सिस्टम के तहत मिलने वाले राशन पर रोक लगा दी है। यह फैसला लिए जाने के बाद पिछले 11 दिनों से इन परिवारों को राशन नहीं दिया जा रहा है। इस फैसले को लेकर अब बवाल मच गया है।

डीएम बोले- ऐसा नहीं कर सकतेः सनखेमुंडी प्रखंड की गौतमी पंचायत के सरपंच सुशांत स्वैन ने बताया कि पंचायत की 20 अक्टूबर को हुई बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार पिछले 11 दिनों से 20 से अधिक परिवारों को पीडीएस के तहत मिलने वाला राशन रोक दिया गया है। हालांकि गंजम के जिलाधिकारी विजय अमृता कुनेज ने कहा कि किसी व्यक्ति के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून (एनएफएसए) और राज्य खाद्य सुरक्षा कानून (एसएफएसए) के तहत मिलने वाले लाभ में कटौती नहीं की जा सकती है।

शौचालय का इस्तेमाल बढ़ाना है मकसदः सरपंच ने कहा कि अगर कोई खुले में खासतौर से सड़क के किनारे शौच करता पाया गया तो पंचायत निकाय राशन डीलर को निर्देश दे सकती है कि ऐसे लोगों को मिलने वाला राशन एक महीने तक रोक दिया जाए। उन्होंने बताया कि इस कदम का मकसद लोगों को शौचालय के इस्तेमाल के प्रति जागरूक करना है।

Hindi News Today, 01 November 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक

गौरतलब है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण कर सरकार देश को खुले में शौच मुक्त बनाने का प्रयास पिछले कई सालों से कर रही है। हाल ही में प्रधानमंत्री ने देश को ओडीएफ घोषित भी किया था। मोदी सरकार का दावा है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश में 9 करोड़ से भी ज्यादा शौचालयों का निर्माण करवाया जा चुका है।