यदि आपको सिक्किम का लाजबाब रेड पांडा विंटर कार्निवल देखना हो तो गंगटोक आइए। यह मेला 8 जनवरी से शुरू होकर 18 जनवरी तक चलेगा। इस मौके पर गंगटोक का महात्मा गांधी रोड (एमजी रोड) का नजारा किसी विदेशी शहर से कम नजर नहीं आता। शाम के वक्त कड़ाके की ठंड के बाबजूद सैलानियों को बिजली की रौशनी से फैली आकर्षकता सड़क पर चहलकदमी करने और मेले का आनंद लेने के लिए विवश कर देती है। इस बार मेले की एक खासियत यह रही कि ऑस्कर विजेता संगीतकार एआर रहमान को सिक्किम का ब्रैंड एंबेसडर घोषित किया गया। मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने बड़े गर्व से इसका ऐलान किया। रहमान मेले के उद्घाटन के मौके पर मौजूद थे।

उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री चामलिंग ने सिक्किम के ब्रैंड एंबेसडर का प्रस्ताव स्वीकार करने और अपना कीमती समय देने के लिए रहमान का शुक्रिया अदा किया। सीएम ने कहा कि वे खुद भी गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमालय में स्थित यह छोटा सा सूबा देश के बाकी हिस्सों के लिए सहिष्णुता, करुणा , शांति, अखंडता और सांप्रदायिक सौहार्द की एक बेजोड़ मिसाल है। एआर रहमान को सिक्किम का ब्रैंड एंबेसडर बनाने की घोषणा उनकी मौजूदगी में हुई। इस पर तालियों की गड़गड़ाहट से स्कूल का स्टेडियम गूंज उठा। ब्लू रंग का सूट पहने रहमान भी अपने स्वागत और सिक्किम के लोगों से मिले प्यार से गदगद हो गए और पूरे दिल से ब्रांड एम्बेस्डर बनना स्वीकार किया।

रात में गंगटोक के एमजी रोड का नजारा।

बता दें कि 10 दिन तक चलने वाले मेले का आयोजन सिक्किम का पर्यटन विभाग  करता है। लेकिन विभाग होटल और टैक्सीवालों की मनमानी को यहां भी नहीं रोक पाता। इन पर काबू पाने के लिए सरकार को इनके रेट तय करने चाहिए। इसके साथ ही इन मूल्य तालिकाओं को प्रमुख स्थानों पर लगाना चाहिए ताकि सैलानी ठगे ना जाएं। उपरोक्त बातें फरीदाबाद से आए कृष्णकुमार शर्मा ने गंगटोक में इस संवाददाता से हुई मुलाकात में बताईं। पर्यटन मंत्री युगेन टी गेस्टो भूटिया कहते हैं कि पर्यटन और पर्यटक ही सिक्किम को देश-विदेश में पहचान दिलाएंगे। हम सीमित संसाधनों के तहत पर्यटन के क्षेत्र में बेहतर काम कर रहे हैं। पर्यटन मंत्री का यह बयान एक हद तक सही भी दिखता है। लेकिन वहां के व्यापारियों, भोजनालय, टैक्सी और होटल वालों की नीयत सिक्किम को बदनाम कर रही है। इस पर काबू पाने की निहायत जरूरत सभी महसूस कर रहे हैं।

मेले के मौके पर 10 दिन तक सांस्कृतिक कार्यक्रम, फ्लवर शो, स्पोर्ट्स, हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट, फोटो व आर्ट प्रदर्शनी आयोजित हो रही है। वहीं, एमजी रोड को दस दिनों के लिए किसी भी तरह के वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने के साथ ही पुलिस को चाकचौबंद कर दिया गया है। संग्रीला होटल के संचालक मुकेश कुमार बताते हैं कि मई से जुलाई यहां के लिए पिक सीजन है औप अभी ऑफ सीजन के बाबजूद राजस्थान, हरियाणा, नेपाल, दिल्ली, बिहार और झारखंड वगैरह राज्यों के सैलानियों का हुजूम उमड़ा है। यहां का कार्निवल सभी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र तो है ही, साथ ही आए सैलानियों के लिए भारत-चीन सीमा नाथुला भी यहीं है। इसके अलावा यहां से चार किलोमीटर पहले बाबा हरभजन सिंह का मंदिर भी है।

बताते हैं कि हरभजन फौजी थे और सीमा पर यहीं तैनात थे। हरभजन की मौत के बाद इनकी आत्मा सरहद की रक्षा की प्रेरणा वहां तैनात फौजियों को देती है। यहां पर इनके मंदिर के बगल में एक ऊंचा तिरंगा फहरा रहा है। रोजना दिन में 11 बजे राष्ट्रगान होता है जिसमें वहां मौजूद सैलानी भी शरीक होते हैं। यह वाकई देश भावना की यह बेजोड़ मिसाल है। समुद्रतल से दस हजार मीटर से भी ज्यादा ऊपर आने पर कड़ाके की सर्दी का जबरदस्त एहसास वहां के पहाड़ों से निकलने वाले जमे पानी को देखकर होता है। चांगु लेक का पानी और झरने बर्फ में तब्दील हो जाते हैं। ऐसे बर्फीले माहौल में जगदीश सिंह गुजर, गिरधारीलाल सरीखे हजारों जवान देश के सरहद की रक्षा के लिए यहां मुस्तैद हैं। इनके जज्बे को सैलानी सलाम करते हैं।