मिजोरम सरकार ने त्रिपुरा से ब्रू परिवारों की वापसी की अंतिम प्रक्रिया 25 अगस्त को शुरू होने के बाद ऐसे 5,407 परिवारों में से केवल चार परिवारों के वापस आने पर इसे एक निरर्थक कवायद करार दिया है और इस प्रक्रिया की निगरानी के लिए पड़ोसी राज्य त्रिपुरा भेजे गए अपने अधिकारियों को वापस बुला लिया है। मिजोरम गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव लालबैकजामा ने सोमवार को बताया कि उत्तर त्रिपुरा जिले के छह ब्रू राहत शिविरों में तैनात अधिकारी वापस लौट आये हैं। वापसी की यह प्रक्रिया एक महीना यानी 25 सितम्बर तक जारी रहने वाली थी।

लालबैकजामा ने बताया, ‘‘राहत शिविरों में मनोदशा को देखते हुये राज्य सरकार को यह एक निरर्थक प्रयास लगा। मंगलवार (28 अगस्त) से किसी ब्रू परिवार के वापस नहीं लौटने पर हमने अधिकारियों को वापस बुला लिया।’’ उन्होंने कहा कि 25 से 27 अगस्त के बीच केवल चार शरणार्थी परिवार ही त्रिपुरा में राहत शिविरों से वापस लौटे। इसके बाद किसी भी ब्रू शरणार्थी ने वापस आने में दिलचस्पी नहीं दिखाई।

नवम्बर 2016 में हुए एक सर्वेक्षण के मुताबिक 5,407 परिवारों के 32,876 ब्रू की पहचान मिजोरम के मूल निवासी के रूप में की गई थी जो वापस आ सकते थे। हालांकि, हाल में हुये एक अध्ययन के मुताबिक, 423 परिवारों के केवल 2,753 लोगों ने वापस आने में दिलचस्पी दिखाई। समुदाय के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाली ‘द मिजोरम ब्रू डिस्पलेस्ड पीपुल्स फोरम’ (एमबीडीपीएफ) ने एक वापसी पैकेज स्वीकार करने को लेकर केन्द्र, मिजोरम और त्रिपुरा सरकार के साथ जुलाई में एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था।