तीन तलाक को खत्म करने के लिए सरकार कानून बनाने जा रही है, लेकिन इसके मामले थम नहीं रहे हैं। उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी से तीन तलाक का एक और मामला सामने आया है। रोजी बेगम नाम की महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराकर न्याय पाने की गुहार लगाई है। वहीं पुलिस का उदासीन रवैया सामने आने के बाद पीड़िता ने मीडिया में यह बात बताई। पीड़िता ने बताया कि उसके पति ने उसे तीन तलाक दे दिया है। समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक पुलिस में दर्ज शिकायत में कहा गया कि पति ने नशे की हालत में फोन से तीन तलाक दिया है। रोजी ने शिकायत में बताया है कि उसका पति पिछले 3-4 वर्षों से उसे पीटता था और अपशब्द बोलता था। जब उसे फोन पर तलाक दिया गया तो वह पुलिस में शिकायत करने के लिए गई, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़िता ने मामले में न्याय के लिए गुहार लगाई है। हाल ही में यूपी से एक और तीन तलाक का मामला सामने आया था जब सऊदी अरब में रह रहे एक भारतीय ने अपनी पत्नी को एसएमएस के जरिये तीन तलाक दे दिया था। ट्विटर पर इस मामले को लेकर लोगों की ढेरों प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
Woman in Kaushambi says her husband gave #TripleTalaq to her in an inebriated condition over the phone. pic.twitter.com/mYPUiBXhUA
— ANI UP (@ANINewsUP) January 10, 2018
रिमझिम नाम की यूजर ने पीड़िता को हलाला न करने की सलाह दी है। एक यूजर ने कहा कि जब आपका पति काफी समय से आपको परेशान कर रहा था तो आपको ही उसे पहले तलाक दे देना चाहिए था। भारतीय महिलाएं ऐसे आदमियों के साथ क्यों रहना चाहती हैं? अपने आप को सशक्त करें और गुलाम न बनें। अपने बच्चों को भी यही सिखाएं। लवकुश गुप्ता ने लिखा- सबसे पहले योगी जी थानेदार को सस्पेंड करें और फिर शौहर को जेल भेज दें। नेहा ने लिखा- अगर वह आपको मारता-पीटता रहा तो वह अब आपके साथ रहने के काबिल नहीं है। राजकुमार चौरसिया ने लिखा- कांग्रेस से कहो कि बीजेपी का साथ दे और कानून पास कराए।
आपको बता दें कि केंद्र की बीजेपी सरकार तीन तलाक बिल पास कराने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में बिल पास भी हो गया था, लेकिन राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत न होने के कारण बिल अधर में लटक गया। अब सरकार इसे संसद के अगले सत्र में पास कराने की कोशिश करेंगी। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने बिल में कुछ संसोधनों की मांग की थी और उसे फिर से संसद की स्टेंडिंग कमेटी के पास भेजने के लिए कहा था। वहीं लोकसभा में बिल के पास होने पर देश भर में मुस्लिम महिलाओं ने खुशी जताई थी।