केरल में गवर्नमेंट ब्रेनन कॉलेज के प्रिंसिपल ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से अपनी जान को खतरा होने की आशंका जताई है। प्रिंसिपल ने पुलिस से अपना बयान दर्ज करने के लिए कहा। प्रिंसिपल का कहना है कि उसके बयान को ‘मरने से पूर्व दिए गए बयान’ के आधार पर दर्ज किया जाए।
कन्नौर जिले में स्थित गवर्नमेंट ब्रेनन कॉलेज के प्रिंसिपल के. फाल्गुनन ने कहा उन्होंने बुधवार को खुद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े छात्र संगठन एबीवीपी का फ्लैगपोल हटाया था। कई मलयालम चैनलों को वीडियो ब्रॉडकास्ट में प्रिंसिपल ने कहा, ‘उन्होंने धमकी दी कि मेरे साथ कुछ बुरा हो सकता है ऐसे में मुझे सजग रहने की जरूरत है। मैं पुलिस से आग्रह करता हूं कि इसे मेरा मरने से पहले दिया गया बयान माना जाए।’
यह विवाद तिरुवनंतपुरम के यूनिवर्सिटी कॉलेज में एक छात्र को चाकू घोंपने की घटना के कुछ दिन बाद सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने वाम दल की छात्र इकाई स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था।
तिरुवनंतपुरम यूनिवर्सिटी कॉलेज को केरल के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में से एक माना जाता है। प्रिंसिपल फाल्गुनन ने पुलिस से कहा कि एबीवीपी कार्यकर्ता एसएफआई के दबदबे वाले कॉलेज में अपने साथी कार्यकर्ता की बरसी के मौके पर फ्लैगमास्ट की अनुमति चाहते थे।
एबीवीपी कार्यकर्ता ने बुधवार को एक मास्ट लगा दिया। प्रिंसिपल ने बताया, ‘जब मैंने उन्हें स्थिति के बारे में बताया तो उन्होंने कहा कि वह सिर्फ 30 मिनट के लिए फ्लैगपोल लगाना चाहते हैं। उन्होंने कुछ विधिविधान किया और नारे लगाए।’ प्रिंसिपल ने जब देखा कि निर्धारित समय के बाद भी फ्लैगपोल वहीं है तो उन्होंने उसे हटा दिया।
उसी शाम संघ परिवार के कार्यकर्ताओं ने फाल्गुनन के घर तक मार्च किया। उन्होंने इस विवाद को सोशल मीडिया पर लेजाने के बाद नारे भी लगाए। फाल्गुनन ने मलयालम चैनल को बताया कि एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने उसे जान से मारने की धमकी दी है।
उन्होंने कहा है कि वे मुझे कॉलेज कैंपस के बाहर देख लेंगे। इस बारे में पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि मामले की जांच जारी है। बृहस्पतिवार को एबीवीपी ने फिर से फ्लैगपोल वहां लगा दिया है। पुलिस ने कैंपस और प्रिंसिपल के घर पर सुरक्षा कर्मियों को तैनात कर दिया है।
