मेघालय के कसान गांव की कोयला खदान में पानी भरने से वहां करीब दो हफ्तों से फंसे 15 लोगों की जान बचाने के लिए राहत कार्यक्रम में तेजी लाई गई है। शुक्रवार (28 दिसंबर) को ओडिशा दमकल विभाग का दल पूर्वोत्तर राज्य के लिए रवाना हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ओडिशा दमकल विभाग का 21 लोगों का दल भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से 100 हॉर्सपावर वाले 20 हाई पावर पम्प लेकर गुवाहाटी में उतरा। जिस खदान में पानी भरा है वह एक अवैध खदान बताई जाती है और यह मेघालय के ईस्ट जयंतिया हिल्स जिले में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक वायुसेना के विमान ने जिस जगह पर दमकल विभाग के दल को उतारा है वहां से घटना स्थल तक पहुंचने में करीब 200 किलोमीटर का रास्ता पहाड़ियों से होकर जाता है। खदान में फंसे लोगों के बचने की संभावना कम होती देख केंद्रीय गृहमंत्रालय ने गुरुवार को ओडिशा दमकल विभाग से उसके अनुभवी प्रोफेशनल्स को भेजने के लिए मदद मांगी थी।
दमकल विभाग के महानिदेशक बीके शर्मा ने बताया कि मुख्य दमकल अधिकारी सुकांत सेठी के नेतृत्व में शुक्रवार की सुबह भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से 20 हाई पावर पम्प्स के साथ एक दल रवाना हुआ है। शर्मा ने कहा, ”हर एक पम्प एक मिनट में 1600 लीटर पानी खींच सकता है और हमें उम्मीद है कि खदान में फंसे लोगों को बचाया जा सकेगा। हम उन कुछ राज्यों में से एक हैं जो ऐसी आपदाओं से निपटने में अनुभवी हैं। हम बहुत पहले जा सकते थे, लेकिन गृहमंत्रालय से अनुरोध कल (गुरुवार) आया।”
ओडिशा की टीम गुरुवार शाम को भी निकल सकती थी लेकिन शिलॉन्ग एयरपोर्ट में रात में विमान उतारने की सुविधा नहीं है। यह पहली बार होगा जब दमकल विभाग की टीम पानी से भरी कोयला खदान में अपने कौशल का परीक्षण करेगी। ओडिशा दमकल विभाग ने पिछले दिनों अन्य राज्यों में भी बचाव कार्य में हिस्सा लिया है। बता दें कि गुरुवार को किर्लोस्कर पम्प्स की एक टीम घटना स्थल पर पहुंच गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय नेवी ने भी प्रशिक्षित गोताखोरों की 15 सदस्यीय टीम को इस संयुक्त ऑपरेशन के लिए भेजा है।