गंगा बचाने को लेकर लंबे आमरण अनशन के चलते पर्यावरणविद् जीडी अग्रवाल की मौत के दो दिन बाद अब संत गोपालदास को उनके 110 दिनों के उपवास के चलते आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गोपालदास को शनिवार (13 अक्टूबर) को तड़के ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 36 वर्षीय गोपालदास ने तीन दिन से जल भी त्याग रखा है। संस्थान में कार्यरत चिकित्सा अधीक्षक ब्रिजेंद्र सिंह ने पत्रकारों को बताया कि उन्हें तड़के 3:45 बजे ऋषिकेश स्थित एम्स में लाया गया और इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। उन्होंने कहा कि फिलहाल संस्थान के एंडोक्रिनिलॉजी वार्ड में उनका इलाज किया जा रहा है। संस्थान में उनकी देखरेख में लगे डॉक्टरों की टीम का नेतृत्व कर रहीं मीनाक्षी धार ने कहा कि लंबे समय से उपवास के चलते संत गोपालदास बहुत क्षीण हो गए हैं, वह डिहाइड्रेशन की समस्या से भी पीड़ित हैं।

बताया जा रहा है कि गोपालदास का सुगर लेवल 65 पर आ गया है। हालांकि, उन्होंने कुछ भी खाने से मना कर दिया है लेकिन नसों के द्वारा उन्हें तरल पदार्थ दिया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रशासन ने एम्स के अधिकारियों को अनुमति दी है कि वे गोपालदास का जीवन बचाने के लिए जबर्दस्ती खिलाने समेत जो भी उपाय कर सकते हैं, करें। एक अनुयायी ने पीटीआई को बताया कि संत गोपालदास ने पहले बद्रीनाथ में अनशन शुरू किया था और फिर 24 जून से ऋषिकेश में अनशन पर थे।

स्थानीय मीडिया के मुताबिक गोपालदास के समर्थक उनकी हत्या साजिश किए जाने की आशंकाएं जता रहे हैं। गोपालदास से मिलकर आए स्वामी पूर्णानंद सरस्वती ने मीडिया को बताया कि वह पूरी तरह स्वस्थ थे। प्रशासन ने जबरन हरिद्वार से ले जाकर उन्हें एम्स में भर्ती करा दिया। उन्होंने कहा कि काफी गुहार लगाने के बाद चार लोगों को गोपालदास से मिलने की इजाजत मिली। वह मौन हैं इसलिए लिखकर अपनी बातें कह रहे हैं और एम्स से बाहर जाना चाहते हैं। वह एम्स में घुटन महसूस कर रहे हैं। पूर्णानंद ने आशंका जताई है कि स्वामी सानंद की तरह गोपालदास की भी हत्या की साजिश हो रही है।