Noida News: रॉन्ग साइड कार-बाइक या कोई भी अन्य वाहन चलाना बड़ा अपराध है, जिससे न केवल ड्राइवर और सामने आ रही गाड़ियों में बैठे लोगों की जान को खतरा पहुंचता है, बल्कि सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों की जान पर भी बन आती है। 1 अक्टूबर को नोएडा के सेक्टर 24 में रॉन्ग साइड से आ रही कार के ट्रैक्टर से टकराने से चार लोगों की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया। अकेले बुधवार के दिन ही नोएडा की ट्रैफिक पुलिस ने गलत लेन में गाड़ी चलाने के लिए सिर्फ 45 मिनट में 39 वाहनों को जब्त किया।
ट्रैफिक पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जो वाहन जब्त किए गए उनमें से ज्यादातर बाइक थी। गौतम बुद्ध नगर ट्रैफिक पुलिस ने बुधवार को आंकड़ें जारी किए। पिछले साल के मुकाबले जनवरी से अगस्त महीने के बीच में रॉन्ग साइड में गाड़ी चलाने पर चालान जारी करने में 26.02 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है। गौतम बुद्ध नगर की सीपी लक्ष्मी सिंह ने कहा कि शुरू में नोएडा में ज्यादातर दुर्घटनाएं तब होती थीं जब चालक किसी खड़ी गाड़ी से टकराते थे, लेकिन अब ऐसे मामलों में गिरावट देखने को मिली है।
लोग अपनाते हैं शॉर्टकट
रॉन्ग साइड में गाड़ी चलाने के आरोप में केस दर्ज किए जाने पर सिंह ने कहा कि लोग पेट्रोल बचाने के लिए शॉर्टकट अपनाते हैं। लेकिन जब कोई रॉन्ग साइड में गाड़ी चलाता है तो उसकी स्पीड एक जैसी नहीं रह पाती है और हादसा होने के आसार काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं। ट्रैफिक पुलिस अधिकारी ने कहा कि ई-रिक्शा भी काफी बढ़ गए हैं और सड़क हादसों में इनकी वजह से भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। यह ई-रिक्शे ज्यादातर स्थानीय लोगों को किराये पर दिए जाते हैं। जब भी हम उनके खिलाफ कोई भी ऐक्शन लेते हैं तो वह हंगामा करते हैं।
ई-रिक्शा में हेडलाइट नहीं
अधिकारी ने यह भी कहा कि ई-रिक्शा ज्यादातर बेतरतीब ढंग से खड़े होते हैं और अपनी बैटरी बचाने के लिए बिना हेडलाइट के चलते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में उलटी दिशा में आर रहे सवार उन्हें देख नहीं पाते हैं और हादसे हो जाते हैं। इसके अलावा पिछले आठ महीनों में सड़क हादसों के 773 मामले सामने आए हैं। यह पिछले साल के मुकाबले 6.6 फीसदी ज्यादा हैं। 1 जनवरी से 31 अगस्त 2023 तक जिले में 725 केस दर्ज किए गए हैं। इन सभी में वह मामले भी शामिल हैं जिनमें लोगों को चोटें लगी हैं और मौतें भी हुई हैं।
सिंह ने कहा कि जारी किए गए ज्यादातर चालान बिना हेलमेट के ड्राइविंग, तेज स्पीड में वाहन चलाने, रेड लाइट जंप, रॉन्ग साइड में वाहन चलाने जैसे अपराधों के लिए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि पुलिस बल गोल्डव ऑवर पॉलिसी पर काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि ज्यादातर सड़क हादसे सड़क निर्माण की वजह से भी होते हैं। उन्होंने दावा किया कि हमने नोएडा अथॉरिटी को बार-बार पत्र लिखा है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है। नोएडा अथॉरिटी के अधिकारी लोकेश एम ने कहा कि वह सड़कों पर भीड़भाड़ को कम करने और मौतों को कम करने के लिए किसी भी प्रस्ताव पर विचार करने के लिए तैयार हैं।