तमाम तरह की सख्ती और जागरूकता कार्यक्रमों के बावजूद देशभर में साइबर ठगी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में धोखाधड़ी के दो मामले सामने आए जिनमें कुल 40 हजार रुपए का चूना लगाए जाने की बात सामने आई है। दोनों वारदातों को डेबिट कार्ड का क्लोन कर अंजाम दिया गया। पहली घटना सेक्टर-39 निवासी अंशु कुमार के साथ हुई, वहीं दूसरी घटना सेक्टर-78 महागुन सोसायटी में रहने वाली शिक्षिका प्रीती जायसवाल के साथ हुई।
एसपी से शिकायत के बाद दर्ज हुई एफआईआरः प्राप्त जानकारी के मुताबिक अंशु कुमार का सेक्टर-18 स्थित एक बैंक में खाता है। 25 अप्रैल को उनके पास खाते से 25 हजार रुपए निकाले जाने का मैसेज आया, जबकि उस वक्त कार्ड खुद अंशु के पास था। उन्हें पता चला कि उनके कार्ड से मथुरा रेलवे स्टेशन के एटीएम से पैसे निकाले गए थे। इसके बाद उन्होंने कस्टमर केयर की मदद से कार्ड ब्लॉक करवाया।
पुलिस ने मुश्किल से दर्ज की एफआईआरः मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अंशु का दावा है कि वे 26 अप्रैल को नोएडा के सेक्टर-58 थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे। लेकिन वहां से उन्हें कहा गया कि यह सेक्टर-39 थाने का मामला है। जब वे सेक्टर-39 पहुंचे तो पुलिस ने सेक्टर-18 चौकी भेज दिया। इस तरह दो दिनों में उन्होंने अलग-अलग थानों और चौकियों के 15 चक्कर काटे फिर भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई। परेशान होकर 27 अप्रैल को ट्वीट के जरिए उन्होंने एसपी सिटी सुधा सिंह से मामले की शिकायत की। इसके बाद एसपी के निर्देश पर सेक्टर-58 कोतवाली में शिकायत दर्ज हो पाई।
शिक्षिका के साथ भी ऐसा ही मामलाः सेक्टर-78 में रहने वाली शिक्षिका प्रीती जायसवाल को भी इसी तरह 15 हजार रुपए का चूना लगा। उनके अकाउंट से कोलकाता के एटीएम से पैसे निकाले जाने का मामला सामने आया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।