समाजवादी पार्टी के विधान पार्षद आशु मलिक ने साफ किया है कि उन्होंने कभी भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को औरंगजेब और पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को शाहजहां नहीं कहा है। आज की बैठक में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आशु मलिक का नाम लिया था कि उन्होंने अमर सिंह के इशारे पर एक अखबार में औरंगजेब छपवाया था। इसके साथ ही आशु मलिक ने आरोप लगाया कि मंत्री पवन पांडे ने आज उन्हें सीएम आवास पर चांटा मारा। मलिक ने अपनी जान को खतरा भी बताया है। इससे पहले आशु मलिक ने सीएम आवास जाकर अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस बीच खबर है कि प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अखिलेश समर्थक 10 युवा नेताओं को पार्टी से बाहर निकाल दिया है।
आशु मलिक को शिवपाल यादव और मुलायम सिंह यादव का करीबी माना जाता है। पश्चिमी यूपी में आशु मलिक को पार्टी का मुस्लिम चेहरा के तौर पर जाना जाता है। साल 2014 में पार्टी ने उन्हें एमएलसी बनाया था लेकिन इस सत्ता संघर्ष और पारिवारिक विवाद में आशु मलिक खलनायक बनकर उभरे हैं। सूत्र बताते हैं कि अखिलेश समर्थकों के शिवपाल के खिलाफ लेटर वार का जवाबी जिम्मा इन्होंने ही संभाल रखा था।
वीडियो देखिए- समाजवाद पर भारी परिवारवाद
आशु मलिक के कद का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हाशिमपुरा कांड के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए आशु मलिक ने ही उन्हें सीएम से मिलवाया और 5-5 लाख का मुआवजा दिलवाया। दादरी कांड के पीड़ित परिवार को लखनऊ ले जाने की कमान भी आशु मलिक ने ही संभाली थी। पिछले कुछ महीने पहले गाजियाबाद में हज हाउस के उद्घाटन के बाद आजम खान के खिलाफ आशु मलिक ने मोर्चा भी खोला था।
UP CM had called me to seek support in a matter which we both knew, this was misunderstood by others: MLC Ashu Malik pic.twitter.com/amqIlBzP34
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 24, 2016
No truth in this story (where UP CM is referred to as Aurangzeb & SP Chief as Shahjahan). Never said this at the behest of anybody: A Malik
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 24, 2016