सम-विषम के दूसरे चरण को सफल बनाने के लिए सरकार ने दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के कर्मचारियों की छुुट्टियां तो रद्द कर दी हैं, लेकिन डिपो में अतिरिक्त कर्मचारियों को काम नहीं मिलता। यह आरोप डीटीसी में ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों का है। उनका कहना है कि सम-विषम को सफल बनाने के लिए सरकार ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं, लेकिन डिपो पहुंचने के बाद कई कर्मचारियों को काम नहीं मिलता। इसके कारण उन्हें घंटों खाली बैठकर बिना कमाए घर वापस जाना पड़ता है।
डिपो में ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि 15 अप्रैल से सम-विषम शुरू होने के बाद वे बिना छुट्टी के रोजाना डिपो आते हैं, जबकि डिपो सभी से काम नहीं लेता है। जिस दिन काम नहीं मिलता, उस दिन उन्हें न कोई भत्ता मिलता है और न रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज होती है।
उनका कहना है कि डिपो में काम बांटने के बाद बाकी बचे कर्मचारियों को किसी और ड्यूटी में लगाया जा सकता है, लेकिन एकाध जगह छोड़कर डिपो मैनेजर ऐसा नहीं करते। बचे कर्मचारियों को वापस घर भेज दिया जाता है। ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि उनको चेकिंग स्टॉफ के साथ भेजा जा सकता है।
सम-विषम के दौरान हफ्ते भर से काम नहीं मिलने से परेशान होकर वसंत विहार डिपो के करीब दो दर्जन कर्मचारियों ने अधिकारियों से लिखित शिकायत भी की है। उन्होंने मांग की है कि वे रोजाना डिपो आकर खाली हाथ लौटने की नौबत से छुटकारा चाहते हैं।