Diesel Autorickshaw Ban: दिल्ली-एनसीआर में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए बड़ी संख्या में लोग ऑटो का इस्तेमाल करते हैं। मेट्रो, बस के अलावा ऑटो रिक्शा भी लोगों के एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने का अहम जरिया है। लेकिन अब एक ऐसी खबर आई है जिससे दिल्ली-एनसीआर के इस बड़े शहर के लोगों को परेशानी हो सकती है क्योंकि इस शहर में अगले साल जनवरी से डीजल से चलने वाले ऑटो रिक्शा नहीं चलेंगे।

यह शहर साइबर सिटी कहा जाने वाला हरियाणा का गुरुग्राम (Gurgaon) शहर है। गुरुग्राम जिला प्रशासन का कहना है कि इस साल के अंत तक डीजल ऑटो रिक्शा को सड़कों से हटा दिया जाएगा। 2023 से ही गुरुग्राम में कोई भी डीजल ऑटो रिक्शा का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है और जो भी ऑटो रिक्शा मौजूदा वक्त में इस जिले की सड़कों पर दौड़ रहे हैं उन्हें 31 दिसंबर तक हर हाल में जब्त कर लिया जाएगा।

जिला प्रशासन ने पुलिस विभाग के अधिकारियों से कहा कि 31 दिसंबर के बाद सड़कों पर कहीं भी डीजल वाले ऑटो रिक्शा नहीं दिखने चाहिए।

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सीएक्यूएम के निर्देशों का दिया हवाला

इस कार्रवाई के पीछे गुरुग्राम जिले के प्रशासन ने वजह भी बताई है। डिप्टी कमिश्नर अजय कुमार ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) द्वारा 30 नवंबर, 2022 को जारी निर्देशों का हवाला दिया है जिसमें दिसंबर, 2026 तक डीजल ऑटोरिक्शा को पूरी तरह से बंद करने का निर्देश दिया गया था। इसमें जनवरी, 2023 से केवल इलेक्ट्रिक और सीएनजी ऑटोरिक्शा के रजिस्ट्रेशन का भी सुझाव दिया गया था।

अजय कुमार ने कहा कि एनसीआर में डीजल ऑटोरिक्शा को चरणबद्ध तरीके से सड़कों से हटाने के लिए अलग-अलग वक्त तय किया गया है लेकिन गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर जैसे जिलों के लिए यह समयसीमा 31 दिसंबर है। बाकी आसपास के जिलों के पास 31 दिसंबर, 2025 तक का समय है।

कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे शेयरिंग वाले ऑटोरिक्शा की यात्री क्षमता की निगरानी करने और बिना पंजीकृत नंबर वाले तिपहिया वाहनों और 18 वर्ष से कम उम्र के व्यक्तियों द्वारा चलाए जा रहे वाहनों को तुरंत जब्त करने का भी निर्देश दिया।

आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, गुरुग्राम में हर दिन 77,000 यात्री आते हैं। इसके अलावा लगभग 16.49 लाख लोग शहर से फरीदाबाद, नोएडा और दिल्ली आते-जाते हैं।