इराक में पिछले साल भर से ज्यादा समय से इस्लामिक स्टेट (आइएस) की कैद में फंसे सभी 39 भारतीय जीवित हैं। यह बात शुक्रवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पीड़ितों के परिवारों से कही।

पिछले साल जून में मोसुल से भारतीयों के अपहरण के बाद से आठवीं बार पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात करने वाली सुषमा ने कई सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर भारतीय नागरिकों के ठीकठाक होने के बारे में परिजनों को एक बार फिर भरोसा दिलाया।

खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल के साथ परिवारों से मुलाकात कर रहीं सुषमा ने कहा कि सरकार इन भारतीय बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए गंभीर प्रयास कर रही है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मंत्री ने उन्हें यह भी बताया कि 39 नागरिकों के सकुशल होने के बारे में कोई सीधी खबर नहीं है लेकिन कई सूत्रों ने संकेत दिया है कि उनसे इराक में काम कराया जा रहा है।

सुषमा ने बंधक बनाए गए भारतीयों की सुरक्षित रिहाई में सहायता के लिए पहले खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) और क्षेत्र में अन्य मित्र देशों के अपने समकक्षों से व्यक्तिगत रूप से बात की थी।

मंत्री ने परिवारों को यह आश्वासन भी दिया कि जैसे ही बंधक मजदूरों की कुशलता के बारे में सरकार को कोई ठोस सबूत मिल जाता है, उसे परिवार के सदस्यों के साथ साझा किया जाएगा।