दिल्ली में एक वृद्धाश्रम (ओल्ड एज होम) में बुजुर्गों के साथ कथित मारपीट का मामला सामना आया है। दिल्ली के नांगलोई में एक प्राइवेट एनजीओ द्वारा चलाए जा रहे इस वृद्धाश्रम के खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए शुक्रवार को दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल खुद औचक निरीक्षण करने पहुंचे। बताया गया है कि यहां जांच के दौरान उन्हें 19 दिव्यांग बुजुर्ग एक छोटे से कमरे में दयनीय हालत में बंद मिले। इसके बाद मंत्री ने वृद्धाश्रम के खिलाफ जांच बिठा दी है।
DCW प्रमुख स्वाती मालीवाल और मंत्री राजेंद्र गौतम से बातचीत के दौरान वृद्धाश्रम में रखे गए बुजुर्गों ने बताया कि उन्हें बंधक बनाकर रखा जाता है। कई बार यहां पर काम करने वाले और मालिक उनके साथ मारपीट भी करते हैं। अभी तक यह साफ नहीं है कि दिल्ली पुलिस से इस मामले में कोई शिकायत की गई है या नहीं। हालांकि, यह बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस को इसकी जानकारी पहले नहीं थी।
स्वाती मालीवाल ने इस सिलसिले में एक ट्वीट भी किया है। इसमें उन्होंने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “छोटे कमरे में 19 बुज़ुर्ग दिव्यांग दयनीय स्तिथि में नांगलोई में एनजीओ द्वारा संचालित प्राइवेट वृद्धाश्रम में रह रहे हैं। सूचना मिलते ही मंत्री राजेंद्र पाल गौतम जी के साथ अभी औचक निरीक्षण किया। बुजुर्गों को बांधकर मारपीट तक करते है। मंत्री जी ने कड़े एक्शन के आदेश जारी करे हैं।”
वहीं, महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र गौतम ने कहा, “छोटे कमरे में 19 बुज़ुर्ग दिव्यांग दयनीय स्तिथि में नांगलोई में एनजीओ द्वारा संचालित प्राइवेट वृद्धाश्रम में रह रहे हैं। सूचना पर स्वाती मालीवाल जी के साथ अभी औचक निरीक्षण किया। बुजुर्गों को बांधकर मार पीट तक करते है। कड़े एक्शन लेंगे व पुनर्वास भी करेंगे।”