जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हॉस्टल नहीं मिलने पर दो स्टूडेंट्स ने प्रशासनिक भवन के बाहर की टेंट लगा दिया। जेएनयू से एमफिल की पढ़ाई कर रहे दो छात्रों को एडमिशन लिए हुए 2 महीने हो गए हैं लेकिन उन्हें अभी तक हॉस्टल नहीं मिला है। जिसके विरोध में दोनों छात्र यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक भवन के सामने टेंट लगाकर 5 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसे गैरकानूनी करार देते हुए स्टूडेंट्स से जगह खाली करने को कहा है। छात्रों का कहना है कि वह निजी आवास का खर्च नहीं उठा सकते हैं।

पॉलिटिकल साइंस से एमफिल कर रहे ओम प्रकाश महतो और कार्तिक राजा ने एमए स्टूडेंट्स के तौर पर यूनिवर्सिटी में प्रवेश लिया था। एमए का कोर्स खत्म होने के बाद उनको दिया गया हॉस्टल वापस ले लिया गया। एमफिल में प्रवेश लेने के बाद उनके पास रहने के लिए कोई जगह नहीं थी। जिसके बाद उन्होंने मही-मंडवी हॉस्टल के छत पर रहना शुरू कर दिया, बाद में उन्हें वहां से भी जाने के लिए कह दिया गया।

इस मामले में जब यूनिवर्सिटी प्रशासन से बात करने पर, जेएनयू के रजिस्ट्रार ने बताया कि उनके पास हॉस्टल से ज्यादा स्टूडेंट्स है तथा हम बिना क्लीयरंस के और ज्यादा हॉस्टल नहीं बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स की ओर से हाउस रेंट अलाउंस (HRA) की मांग की गई है, जो कि अनैतिक है। रजिस्ट्रार ने कहा कि टेंट लगाना गैर कानूनी और वह इसके खिलाफ दोनों स्टूडेंट्स को नोटिस जारी करेंगे। उन्होंने बताया कि दोनों छात्रों ने अपनी समस्याओं को विभिन्न संगठनों की मीटिंग में रखा था, जहां छात्र संगठनों द्वारा फैसला लिया गया कि उन्हें प्रशासनिक भवन के बाहर टेंट लगा लेना चाहिए और जब तक उनकी मांग नहीं पूरी होती है, उन्हें वहां बने रहना चाहिए। जिसके बाद कई छात्र एकजुटता दिखाते हुए इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए।

गौरतलब है कि जेएनयू में हॉस्टल को लेकर काफी समय से समस्याएं आ रही है। इस मामले को जेएनयू के स्टूडेंट्स यूनियनों ने उठाते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन से छात्रों को हॉस्टल दिलाने या फिर एचआरए देने की मांग की है, जिससे कि वह बाहर रहने की जगह देख सके।