दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला पाने के लिए जहां देशभर के विद्यार्थियों की कतार में लगे हैं तो वहीं विदेशी छात्र भी इसमें पीछे नहीं हैं। विदेशों से आए आवेदनों पर गौर करें तो सबसे ज्यादा होड़ सार्क देशों के छात्रों में डीयू में दाखिला लेने की लगी है। इसमें पहले स्थान पर 317 आवेदन के साथ नेपाल है। तिब्बत 316 आवेदनों के साथ दूसरे स्थान पर है। अफगानिस्तान से 111 आवेदन आए है। अमेरिका से इस साल 48 छात्रों ने दाखिले के लिए आवेदन किया है। इस साल 3000 विदेशी छात्रों ने दाखिले के लिए आवेदन किए हैं।
डीयू के विदेशी छात्र पंजीकरण दफ्तर से मिले आंकड़ों के अनुसार इस साल भी नेपाल और तिब्बत के छात्रों ने ज्यादा आवेदन किए हैं। विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए आवेदनों में 1300 आवेदन भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आइसीसीआर) की ओर से भेजे गए है, जबकि 1704 छात्रों ने सीधा आवेदन किया है। पड़ोसी देश बांग्लादेश से भी 45 छात्रों ने आवेदन किया है। जबकि ब्रिटेन के 16 और श्रीलंका के 11 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इन देशों के अलावा चीन, म्यांमा से भी छात्र प्रवेश के लिए आवेदन कर रहे हैं। वहीं पिछले साल नेपाल से 150 और तिब्बत से 140 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था।
पाक से आए दो आवेदन
भारत-पाक सीमा पर लगातार बढ़ती तनातनी के बीच पाकिस्तान से भी दो छात्रों ने डीयू में दाखिले के लिए आवेदन किया है। सीमा पर तनाव और बदलते राजनीतिक रिश्तों के बीच पाकिस्तान से आवेदन मिलना साफ दिखाता है कि पाकिस्तान में भी पढ़ाई के मामले में डीयू को बेहतर माना जाता है।

