राष्ट्रीय राजधानी में एक अस्पताल की कथित लापरवाही के कारण डेंगू से ग्रस्त एक और बच्चे की मौत के बाद केंद्र ने आज दिल्ली सरकार से कहा कि वह डेंगू के मरीजों को भर्ती करने से इंकार करने और उनसे अधिक पैसे लेने वाले निजी अस्पतालों पर कार्रवाई करे।

आधिकारिक आंकड़े के अनुसार इस साल एक जनवरी से 12 सितंबर तक दिल्ली में डेंगू के 1,872 मामले दर्ज किए गए जो बीते पांच वर्षों की अवधि का सर्वाधिक आंकड़ा है। डेंगू की विकट स्थिति को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सरकारी अस्वतालों से कहा है कि मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर वे अपने यहां बिस्तरों की संख्या में इजाफा करें।

राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और लेडी हार्डिंग अस्पताल के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, ‘‘मैंने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के साथ मुलाकात की और उनसे कहा कि डेंगू मरीजों को अपने यहां दाखिल करने से इंकार करने वाले अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उनसे कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। हमने हर जरूरी मदद का भरोसा दिया है।’’

यह बयान ऐसे वक्त आया है जब डेंगू से पीड़ित एक और लड़के की मौत हो गई और उसके परिवार वालों ने शहर के अस्पतालों पर लापरवाही का आरोप लगाया। गत आठ सितंबर को शहर के पांच अस्पतालों द्वारा भर्ती करने से कथित तौर पर मना किए जाने के बाद डेंगू से पीड़ित सात साल के अविनाश राउत की मौत हो गई थी और बाद में उसके मां-बाप ने खुदकुशी कर ली थी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सात साल के लड़के की मौत की इस घटना के मामले पर दिल्ली सरकार से रिपोर्ट मांगी है। मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली में पिछले साल के मुकाबले डेंगू के मामले और इस घातक बीमारी से होने वाली मौतों की संख्या अधिक है।

बीते साल डेंगू के 995 मामलों का पता चला था, जबकि इस साल 12 सितंबर तक ही यह संख्या 1872 हो गई। पिछले साल की तीन मौतों के मुकाबले इस वर्ष अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है।

नड्डा ने कहा, ‘‘मैंने दिल्ली सरकार से यह देखने के लिए कहा है कि निजी अस्पताल अनुचित ढंग से पैसे नहीं वसूलें और उनको मरीजों से उचित शुल्क लेना चाहिए।’’

राष्ट्रीय स्तर पर डेंगू के मामलों में कमी आई है। साल 2013 में पूरे देश में डेंगू के 75,808 मामले प्रकाश में आए थे। साल 2014 में डेंगू के 40,571 मामले दर्ज किए गए और इस साल अब तक करीब 21,000 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।

नड्डा ने कहा कि सरकार स्थिति और चिकित्सा सुविधाओं पर निरंतर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम डेंगू के हालात की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। हर समय चौकसी बरती जा रही है। आज भी हमने राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षकों के साथ बैठक की।’’

स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार अस्पतालों से कहा गया है कि डेंगू मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए बिस्तरों की संख्या बढ़ाएं। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार एक ऐसा कानून लाने पर विचार कर रही है जिसके तहत अपने यहां मरीजों को दाखिल करने से इंकार करने वाले निजी अस्पतालों को दंडित किया जा सके।