सफदरजंग एक्लेव वार्ड की बीजेपी पार्षद राधिका अब्रोल फोगात और उनके पति आशीष फोगात पर जबरन वसूली करने का आरोप लगा है। यह आरोप स्थानीय रेस्तरां रजिंद्र द ढाबा द्वारा लगा गया है। रेस्तरां मालिक का आरोप है कि दोनों पती पत्नी ने उनके रेस्तरां का काफी सामान सीज़ कर लिया और मालिक और मैनेजमेंन ने जब उनसे उनके सामान को वापस देने की बात कही तो उन्होंने रेस्तरां मालिक से पांच लाख रुपए देने के लिए कहा। रेस्तरां के मैनेजर घनश्याम दास ने 10 अगस्त को आरोपियों के खिलाफ सफदरजंद एंक्लेव में शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को दो अलग-अलग घटनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि राधिका और पति एमसीडी के अधिकारियों के साथ व्यवसायिक इलाके और रेस्तरां में आए और उन्होंने जरूरी सामान अपने कब्जे में लेना शुरु कर दिया। पहली घटना 22 जुलाई को हुई थी और अब यह घटना 3 अगस्त को हुई, जिसके बाद सामान न वापस दिए जाने के बाद आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई। शिकायतकर्ता का कहना है कि जानकर एमसीडी उनके रेस्तरां को अपना शिकार बना रही हैं। अधिकारी सामान सीज़ कर एक ट्रक में भर कर ले गए थे। 22 जुलाई को जब वे सामान लेकर गए तो इसके बाद बीजेपी पार्षद और उनके पति से इस बारे में बात की गई। आशीष ने शिकायतकर्ता से कहा कि अगर अपना सामान चाहिए तो 5 लाख रुपए लेकर आओ।
ऐसा ही 3 अगस्त वाली घटना में भी हुई आशीष ने सामान के बदले में 5 लाख रुपए की मांग की थी। वहीं इस बारे में जब बीजेपी पार्षद और उनके पति से पूछा गया तो उन्होंने खुद पर लगे सभी आरोपो को सिरे से खारिज कर दिया। द संडे एक्सप्रेस से आशीष ने कहा कि हम पर किसी भी तरह का जबरन वसूली का आरोप नहीं लगा है। यह केस अतिक्रमण का है और इसलिए हमने इस पर कार्रवाई की थी। इसके साथ ही आशीष ने सामान सीज़ और रेस्तरां में एमसीडी अधिकारियों के जबरन घुसने की बात से भी इनकार किया।

