प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बुधवार को भाजपा सदस्यों द्वारा लोकसभा में ‘जय श्री राम’ और ‘मोदी-मोदी’ के नारों के बीच भव्य स्वागत किया गया। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा पूर्व सदस्य बी.वी.एन. रेड्डडी के निधन पर शोक जताए जाने व प्रश्नकाल की शुरू किए जाने के तुंरत बाद मोदी, संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार और भाजपा के मुख्य सचेतक राकेश सिंह के साथ सदन में आए।
भाजपा सदस्यों ने करीब दो मिनट तक मेज थपथपा कर उनका स्वागत किया। इनमें से कुछ सदस्यों ने भाजपा की उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जीत के सम्मान में ‘जय श्री राम’ और ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए। प्रधानमंत्री सदन में कुछ देर ही रुके। भाजपा और इसके सहयोगी अपना दल ने उत्तर प्रदेश में 321 सीटें और उत्तराखंड में 57 सीटें जीती हैं। भाजपा ने गोवा और मणिपुर में भी सरकार बनाई है।
वहीं इससे पहले आनंद शर्मा ने कहा, “कांग्रेस इन दोनों राज्यों में अकेली सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी और बहुमत नहीं होने की स्थिति में इसे सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए था।” शर्मा ने भाजपा पर विधायकों की चोरी का आरोप लगाया। संसदीय मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस सदस्य सभापति के आसन के सामने आ गए और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
उप सभापति पी.जे. कुरियन नारेबाजी कर रहे सदस्यों को अपने सीट पर जाने के लिए आग्रह करते रहे, फिर सदन को 11.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इसी तरह का दृश्य प्रश्नकाल के समय दोपहर 12 बजे देखा गया। इस बार सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने मामले को उठाया और कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है और मुद्दे पर सदन में चर्चा की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा, “यह भारतीय लोकतंत्र का सवाल है।” सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी ने उनसे मुद्दे को भोजनावकाश के बाद उठाने का आग्रह किया और प्रश्नकाल जारी रहने देने के लिए कहा। किसी ने उनके आग्रह पर ध्यान नहीं दिया और उन्होंने सदन को 15 मिनट के लिए 12.19 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। दो बार स्थगन के बाद राज्यसभा में कांग्रेस सदस्यों द्वारा आसन के सामने इकट्ठा होकर नारे लगाने पर फिर सदन को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

