राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के बाद रामनाथ कोविंद ने कहा है कि उनकी राष्ट्रपति बनने की कभी आंकक्षा नहीं थी, लेकिन निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन उन्हें इस ऊंचाई तक ले आया। राष्ट्रपति पद के लिए चुने गये रामनाथ कोविंद ने कहा कि राष्ट्रपति पद पर उनका निर्वाचन भारतीय लोकतंत्र की महानता का साक्ष्य है। उन्होंने कहा, ‘ मैं आज बहुत भावुक हूं और मैं उन सभी का प्रतिनिधित्व करूंगा जो जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।’ रामनाथ कोविंद ने कहा कि वे उन सभी लोगों का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए पूरे देश से उनका समर्थन किया। रामनाथ कोविंद 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। 66 प्रतिशत मतों के साथ जीतने वाले 71 साल के रामनाथ कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति बनेंगे। राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभालने जा रहे रामनाथ कोविंद ने कहा, ‘ अपने समाज एवं देश के लिए अथक सेवाभाव आज मुझे यहां तक ले आया है। इस पद पर रहते हुए संविधान की रक्षा करने और उसकी मर्यादा को बनाए रखना मेरा कर्त्‍तव्‍य होगा।’ राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित होने के बाद रामनाथ कोविंद के घर जाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें शुभकामनाएं दी।

इसके बाद भावी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बीजेपी दफ़्तर पहुंचे। यहां पर ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बनने की उनकी कभी आंकक्षा नहीं थी लेकिन उनका सेवा भाव उन्हें यहां तक ले आया। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि जब कोविंद जी राष्ट्रपति का पद ग्रहण करेंगे तो भारत के करोड़ों पिछड़े और गरीब नागरिक देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर अपने प्रतिनिधि को देंखेग। अमित शाह ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति पद की गरिमा को और ऊंचाइयों तक ले जाएंगे और इस पद को और सम्मान देंगे।वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी भावी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को शुभकामनाएं दी है और कहा है कि वे उनके लिए एक सफल पारी की कामना करते हैं। उन्होंने कहा कि वे कामना करते हैं कि रामनाथ कोविंद भारत को लोकतंत्र, स्थिरता और समृद्धि के पथ पर ले जाएं।