नए साल के  तीन दिन बीत गए हैं, लेकिन दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के एटीएमों की हालात अब भी सामान्य नहीं दिख रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादे पर अमल करने के लिए एटीएम को थोड़ा समय और लगेगा। मंगलवार को इन मशीनों में से काफी या तो खराब थी या फिर उनमें पैसे ही नहीं थे। हालांकि एक हफ्ते पहले की तुलना में काफी एटीएम में नोट भरे गए हैं। पैसा निकाल पाए इसके लिए एटीएम के इर्द-गिर्द देखते रहने की जरूरत पड़ रही है।

आईएएनएस के संवाददाता ने विकास मार्ग से शुरू कर संसद मार्ग (पार्लियामेंट स्ट्रीट) तक की स्थिति देखने के लिए यात्रा की पर रास्ते में एक भी एटीएम काम करता नहीं दिखाई दिया। लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास से महज दो किलोमीटर के दायरे में नई दिल्ली इलाके में स्थित कनॉट प्लेस में कुछ एटीएम चालू स्थिति में मिले जबकि लगभग उतने ही एटीएम ऐसे थे जिनमें या तो नकदी नहीं थी या वे काम नहीं कर रहे थे।

बी और सी ब्लॉक के स्टैंडर्ड चार्टर्ड और भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम के सर्वर ही काम नहीं कर रहे थे। ए ब्लॉक में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और आईसीआईसीआई बैंकों के एटीएम में नकदी थी और हर एटीएम पर औसतन 15-20 लोग लाइन में थे। प्रधानमंत्री मोदी ने नकदी संकट पर लोगों से राहत के लिए 50 दिन का समय मांगा था। नोटबंदी के बाद सभी सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंकों के एटीएम सभी नकदी संकट से जूझ रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तय की गई 50 दिनों की समय सीमा 30 दिसंबर को समाप्त हो गई है लेकिन बैंकों और एटीएम के जरिए नकदी कम से कम ही मिल रही है। अधिकांश एटीएम अब भी खाली हैं। बहुत सारे एटीएम मशीनों को अब भी नकदी निकालने के लिए विभिन्न आकार के नोटों को निकालने के लायक बनाया जाना है।