दिल्‍ली से सांसद मनोज तिवारी और आप सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा के एक साथ नजर आने से भाजपा नेतृत्‍व नाराज है। ये दोनों नेता मंगलवार को मच्‍छरों को भगाने के लिए फॉगिंग करते हुए नजर आए थे। मनोज तिवारी ने यह फोटो भी ट्वीट की थी। लेकिन दिल्‍ली भाजपा तिवारी के इस कदम से खुश नहीं हैं। क्‍योंकि कपिल मिश्रा कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते रहे हैं। कई बार तो उन्‍होंने पीएम के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग भी किया है। सूत्रों का कहना है कि इस बारे में केंद्रीय नेतृत्‍व से भी शिकायत की है। इसके बाद मनोज तिवारी को बुलाया गया और फटकार लगाई गई। मनोज तिवारी पहली बार सांसद चुने गए हैं।

दिल्‍ली भाजपा अध्‍यक्ष सतीश उपाध्‍याय ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया कि वे जल्‍द ही तिवारी से सफाई मांगेंगे। उनके साथ आने से पार्टी कार्यकर्ताओं को गलत संदेश गया है। भाजपा की राजनीतिक स्थिति को लेकर नेताओं को संवेदनशील होना चाहिए। दिल्‍ली भाजपा के नेताओं का कहना है कि तिवारी के कदम से पार्टी को शर्मिंदा होना पड़ा। वे एमसीडी के कर्मचारियों को अपने साथ ले सकते थे। लेकिन ऐसा करने के बजाय उन्‍होंने आप नेता को लिए, जिन्‍होंने एक बार पीएम मोदी को आईएसआई का एजेंट भी कह दिया था। गौरतलब है कि दिल्‍ली में इस समय डेंगू और चिकनगुनिया का कहर है। इनके चलते 10 से ज्‍यादा लोगों की जान जा चुकी है।

डेंगू और चिकनगुनिया के चलते दिल्‍ली सरकार निशाने पर हैं। इस मामले में दिल्‍ली सरकार और एमसीडी के बीच आरोप-प्रत्‍यारोप चल रहे हैं। एमसीडी भाजपा के पास हैं। दिल्‍ली सरकार के ज्‍यादातर मंत्री इस समय वे बाहर हैं। इसके कारण भी उनकी आलोचना हो रही है।