पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी को लेकर जुमे की नमाज के बाद दिल्ली की जामा मस्जिद के बाहर सैकड़ों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। इसे लेकर मस्जिद के शाही इमाम का बयान आया है। उन्होंने कहा कि वह इसका समर्थन नहीं करते हैं और कहा मस्जिद ने विरोध का कोई आह्वान नहीं किया था। इसके साथ ही, उन्होंने इसमें एआईएमआईएम के लोगों के शामिल होने की भी बात कही है।

उन्होंने कहा, “हम नहीं जानते कि विरोध करने वाले लोग कौन हैं। मुझे लगता है कि वे एआईएमआईएम या ओवैसी के लोग हैं। हमने स्पष्ट कर दिया कि अगर वे विरोध करना चाहते हैं, तो वे कर सकते हैं, लेकिन हम उनका समर्थन नहीं करेंगे।”

उधर, सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी श्वेता चौहान ने कहा कि जामा मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज में तकरीबन 1,500 लोग शामिल हुए थे। इसके बाद, करीब 300 लोगों ने मस्जिद के बाहर आकर नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस बीच, नुपूर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन करने वाले एआईएमआईएम के 30 कार्यकर्ताओं को दिल्ली की अदालत ने 3 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

दिल्ली के अलावा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब और तेलंगाना तक इस मामले में बवाल मचा हुआ है। इन राज्यों में भी आज जुमे की नमाज के बाद जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, प्रयागराज में लोगों ने विरोध जताया है। प्रयागराज के खुल्दाबाद थाना क्षेत्र के अटाला इलाके में पथराव किया गया।

इसे देखते हुए लखनऊ पुलिस सतर्कता बरत रही है। पुलिस प्रशासन ने यहां 144 लागू कर दी है। लखनऊ पुलिस आयुक्त डी. के. ठाकुर ने कहा कि इस बीच अगर कोई कार्यक्रम करना चाहता है, तो पुलिस से अनुमति लेकर कर सकता है। उधर, बंगाल के हावड़ा में प्रदर्शन हुआ और पंजाब के लुधियाना की जामा मस्जिद के आह्वान के बाद पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन हुआ।