शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए 2015 का इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार शरणार्थियों के लिए काम करने वाले संयुक्त राष्ट्र आयुक्त कार्यालय को प्रदान किए जाने की गुरुवार को घोषणा की गई। इंदिरा गांधी स्मारक ट्रस्ट के सचिव सुमन दूबे के मुताबिक उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की अध्यक्षता वाली अंतरराष्ट्रीय जूरी ने पुरस्कार के संबंध में इस निर्णय की घोषणा की। संयुक्त राष्ट्र आयुक्त कार्यालय को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार लाखों की संख्या में शरणार्थियों को सहायता पहुंचाने में उसकी वृहद भूमिका को मान्यता के तौर पर दिए जाने की घोषणा की गई है। यह घर-बार छोड़ने को मजबूर शरणार्थियों की मदद और शरणार्थियों के प्रवाह को कम करने की दिशा में कठिन परिस्थितियों में काम करने को मान्यता प्रदान करना है।

दूसरे विश्व युद्ध के दौरान विस्थापित लोगों की मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 दिसंबर 1950 को संयुक्त राष्ट्र आयुक्त कार्यालय स्थापित करने की घोषणा की थी। संयुक्त राष्ट्र आयुक्त कार्यालय का उद्देश्य शरणार्थियों के अधिकारों और कुशलक्षेम की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार के तहत 25 लाख रुपए नकद राशि और एक प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार सबसे पहले 1986 में दिया गया था।