दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की आई तीसरी कटआॅफ भी उन छात्रों को राहत नहीं दे पाई जो 12वीं में ‘डिस्टिंगशन’ लाकर भी मनमाफिक विषय से दाखिले के कतार में हैं। लेकिन जमीं खत्म नहीं हुई है। बशर्ते छात्र भीड़ चाल से बचते हुए निर्णय लें। अगर आप कम अंकों के कारण स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला नहीं ले पा रहे हैं तो अब भी कॉलेजों में दाखिला लेने का विकल्प मौजूद है। मसलन ‘विदेशी भाषा सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम’ हुनरवानों के मुकाम की पहली सीढ़ी साबित हो सकता है। इसके अलावा डीयू के कुछ पाठ्यक्रम कम चर्चित भले ही हो लेकिन यहां पर यदि छात्र को दाखिला मिल गया तो उसे नौकरी मिलने के अवसर बढ़ जाते है। इनमें ईस्ट एशियन स्टडीज और जर्मन एंड रोमानियन स्टडीज को लिया जा सकता हैं।
बहरहाल, एक तरफ डीयू में तीसरी कटआफ से दाखिला का दौर जारी है। दूसरी ओर, कई कॉलेजों में ‘विदेशी भाषा सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम’ में आवेदन हो रहे हैं। इन एक साल के पाठ्यक्रम के लिए कुछ कॉलेजों में दाखिला प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, वहीं कुछ कॉलेजों में दाखिला प्रक्रिया शुरू होने वाली है। इन पाठ्यक्रमों को लेकर विद्यार्थियों में पहले भी उत्साह रहा है। शिक्षाविदों का मानना है कि विदेशी भाषाओं के जानकारों की मांग अब और बढ़ी है। बड़े कॉरपोरेट हाउसों में दुभाषियों की बढ़ती मांग इसका बड़ा कारण है। विशेषज्ञों की माने अब दुभाषिया व विदेशी भाषा के जानकारों की मांग दूतावासों तक सीमित नहीं रह गई बल्कि बीपीओ, पर्यटन और बैकिंग सेक्टर में भी इनकी मांग बढ़ रही है।
डीयू के विभिन्न कॉलेजो में विदेशी भाषाओं जर्मन, स्पैनिश, फ्रेंच और रशियन के लिए सर्टिफिकेट व डिप्लोमा पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं। इन्हें पार्ट टाइम कोर्स या एक साल का सर्टिफिकेट कोर्स कहा जाता है। हिंदू कॉलेज में फ्रेंच, स्पेनिश व जर्मन भाषा पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसी प्रकार वेंकटेश्वर कॉलेज में जर्मन, फ्रेंच, रशियन और स्पेनिश भाषा के एक वर्षीय सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम में दाखिला लिया जा सकता है। यहां 14 और 19 जुलाई तक आवेदन किए जा सकते हैं।हंसराज कॉलेज की कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. रमा शर्मा के मुताबिक सोमवार से इस बाबत आवेदन शुरू होंगे। 27 जुलाई को कॉलेज कटआॅफ जारी करेगा जिसके आधार पर 28, 29, व 31 जुलाई को दाखिला लिया जा सकता है। वहां जर्मन, फ्रेंच व स्पेनिश में सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम, फ्रेंच, जर्मन व स्पेनिश में डिप्लोमा व फ्रेंच व जर्मन में एडवांस डिप्लोमा पाठ्यक्रम उपलब्ध है।
हंसराज कॉलेज, हिंदू कॉलेज, वेंकटेश्वर कॉलेज के आलावा मिरांडा हाउस, एसजीटीबी खालसा कॉलेज, कॉलेज आॅफ वोकेशनल स्टडीज, दिल्ली कॉलेज आॅफ आर्ट्स एंड कॉमर्स, गार्गी कॉलेज, सेंट स्टीफंस कॉलेज, रामजस कॉलेज, दौलतराम कॉलेज, आचार्य नरेंद्र देव कॉलेज और लक्ष्मीबाई कॉलेज में विदेशी भाषा के पाठ्यक्रम मौजूद हैं। जर्मन एवं रोमानियन स्टडीज में स्पेनिश, इटेलियन, जर्मन, पुतर्गाली, रोमेनियन और फ्रेंच भाषा की पढ़ाई कराई जाती है। इसके आॅनर्स कोर्स विभागों में होते हैं, जबकि सर्टिफिकेट या डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के लिए संबंधित कॉलेजों में फॉर्म भरने होंगे। दौलत राम कॉलेज, सेंट स्टीफंस कॉलेज कालेज में चीनी भाषा, जापानी भाषा और कोरियाई भाषा में एडवांस डिप्लोमा पाठ्यक्रम उपलब्ध है।
चीनी भाषा में सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम और जापानी भाषा में सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम के लिए के लिए दौलत राम कॉलेज, एसजीटीबी खालसा कॉलेज, सेंट स्टीफंस कॉलेज, भारती कॉलेज, कालिंदी कॉलेज, लक्ष्मीबाई कॉलेज, रामजस कॉलेज, दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज से संपर्क साधा जा सकता है। जानकारों की माने तो इन पाठ्यक्रमों में संबंधित देश व वहां के संस्थान छात्रों को छात्रवृति भी देते हैं। बीते सालो में निम्नलिखित छात्रवृत्तियां भी यहां के छात्रों को दी गई हैं। मसलन ‘चीनी भाषा और अध्ययन’ करने वालों को मानव संसाधन विकास मंत्रालय की छात्रवृत्ति पर चीन भेजा। इसके अलावा शंघाई इंटरनेशनल स्टडीज यूनिवसर््िाटी, ब्रिक्स स्टडीज सेंटर, मित्सुबिशी निगम छात्रवृति, स्विस गवर्नमेंट स्कॉलरशिप फोर फॉरेन स्टूडेंट्स, मैक्सिकन गवर्नमेंट स्कॉलरशिप फॉर फॉरेन स्टूडेंट्स आदि जैसे छात्रवृत्ति के अवसर भी उपलब्ध हैं।
