देश की राजधानी में बुधवार सुबह एक बार फिर ऐसी घटना हुई, जिसे देखकर इंसानियत शर्मसार हो जाए। एक टेंपो से लगी टक्कर से लहूलुहान मतिबूल करीब एक घंटे तक सड़क पर गिरेे तड़पतेे रहेे। कोई भी शख्स उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि एक शख्स उनके पास रुका भी लेकिन मदद करने के लिए नहीं। वह घायल का मोबाइल फोन उठाकर वहां से चलता बना।
मतिबूल पेशे से ई रिक्शा ड्राइवर थे। पश्चिमी दिल्ली के सुभाष नगर इलाके में हुए इस सड़क हादसे के बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बाद में कुल पुलिसवाले वहां पहुंचे और उन्हें अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल भी हादसे वाली जगह से महज 1 किमी आगे था। पास के ही एक दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना दर्ज हो गई। इस हादसे के बाद एक बार फिर राजधानी का अमानवीय चेहरा उजागर हो गया है।
मतिबूल पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे। वह दो बच्चों के पिता थे। वो ई-रिक्शा चलाने के अलावा रात को गार्ड की नौकरी भी करते थे। रात की शिफ्ट खत्म करके सुबह साढ़े पांच बजे के आसपास वापस लौट रहे थे कि तभी वे हादसे के शिकार हो गए। खाली रोड पर एक तिपहिया वाहन ने उन्हें जोर की टक्कर मार दी। टक्कर के बाद वह एक पोल से टकराए और लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़े।
सीसीटीवी फुटेज में नजर आता है कि टक्कर मारने के बाद ड्राइवर घायल के पास आता है लेकिन तुरंत वहां से जाने लगता है। वह अपना मोबाइल चेक करता है और मतिबूल को जिंदा समझकर वहां से भाग जाता है। इसके बाद घंटे भर से ज्यादा वक्त में कई लोग सड़क पर मर रहे उस शख्स के बगल से निकलते हैं, लेकिन कोई मदद नहीं करता। तभी रिक्शे से जाता शख्स वहां रुकता है। ऐसा लगता है कि वो मदद के लिए ठहरा लेकिन वो भी मतिबूल का फोन उठाकर वहां से निकल जाता है। पुलिसवालों ने जब मतिबूल को अस्पताल पहुंचाया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बहुत ज्यादा खून बह जाने की वजह से उनकी मौत हो गई। पुलिस को अब ड्राइवर और मौके से मोबाइल चुराकर भागे शख्स की तलाश है।
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