राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में डेंगू से दो और व्यक्तियों की मौत हो गई जिससे इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है। वहीं दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए पूर्ण स्तरीय अभियान शुरू करें। डेंगू से करीब चार हजार लोग पीड़ित हुए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी दिल्ली के शिवम दूबे (14) और पूर्वी दिल्ली के राम बाबू (24) की क्रमश: संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल और लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में सोमवार को मौत हो गई।

अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की कि कल्याणपुरी की 34 वर्षीय उस महिला की रिपोर्ट में यह बात स्पष्ट हो गई है कि उसे डेंगू था। महिला की पिछले सप्ताह लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में मौत हो गई थी। इससे डेंगू से मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है जबकि आधिकारिक आंकड़ा 17 है।

ऐसे में जब शहर डेंगू की चपेट में है, जंग ने लोगों से अपील की है कि वे एकजुट हों और इस संकट से निपटने में मदद करें और घबराये नहीं। उन्होंने संबंधित विभागों की एक बैठक में कहा कि सभी नागरिकों की घरों और आसपड़ोस में मच्छरों को पैदा होने से रोकने में एक व्यापक हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा कि लोगों को इस बीमारी पर काबू पाने में अधिकारियों के साथ सहयोग करना चाहिए।

इस बीच शहर के अस्पतालों में ऐसे लोगों की संख्या में तेज बढ़ोतरी देखी गई जो डेंगू के इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं विशेषज्ञों ने कहा कि हो सकता है कि हाल में हुई वर्षा से डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के पैदा होने में बढ़ोतरी दर्ज की गई जिससे डेंगू के मामलों में वृद्धि हुई है।

मनुष्यों में डेंगू वायरस एडिज एजिप्टिी मच्छर फैलाता है और यह ठहरे हुए पानी में पैदा होता है। सफदरजंग के एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा, ‘‘पिछले 24 घंटे के दौरान बुखार और डेंगू के लक्षणों वाले और लोग ओपीडी और फीवर क्लीनिक आये हैं। ऐसा संभवत: पिछले कुछ दिनों के दौरान शहर में हुई हल्की वर्षा के चलते हुआ है।’’

बैठक में जंग ने नगर निगम एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे डेंगू पर नियंत्रण के लिए ‘‘पूर्ण स्तरीय अभियान’’ चलायें। उन्होंने उनसे कहा कि वे लक्षित रुख अपनायें और डेंगू के लार्वा पर रोक लगाने के लिए नियोजित फॉगिंग करें।

बैठक में मुख्य सचिव, डीडीए उपाध्यक्ष, एनडीएमसी के चेयरपर्सन, तीनों नगर निगमों के आयुक्त, दिल्ली कैंटोमेंट बोर्ड के सीईओ, उत्तर रेलवे के मुख्य चिकित्सा निदेशक, नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के निदेशक और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी शामिल थे।

सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़े के अनुसार 19 सितम्बर तक कुल 3791 लोग डेंगू से पीड़ित थे जबकि इससे 17 लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली के अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की भीड़ के बीच दिल्ली और केंद्र सरकार शहर में इस बीमारी को काबू में करने के प्रयास जारी रखे हुए हैं। दिल्ली में पिछले छह वर्षों में डेंगू का यह सबसे भीषण प्रकोप है। अकेले पिछले सप्ताह ही कुल 1919 नये मामले सामने आये थे जिसका मतलब है कि पूववर्ती सप्ताह की तुलना में इसमें 102 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

बैठक में जंग ने डीडीए को निर्देश दिया कि वह मच्छरों के लार्वा पर रोक के लिए निर्माण स्थलों का विशेष ध्यान रखें, विशेष रूप से पार्कों और खुले स्थानों का। उन्होंने इसके साथ ही उत्तर रेलवे को भी निर्देश दिया कि वह 150 किलोमीटर की पटरियों पर नियमित आधार पर एंटी लार्वा छिड़काव कराये।

अधिकारियों ने कहा कि लार्वा की ब्रीडिंग की जांच के लिए जंग डीएमआरसी निर्माण स्थलों का दौरा करेंगे। इसके साथ ही वह अन्य औचक निरीक्षण भी करेंगे। उपराज्यपाल ने इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग और निकायों सहित सभी हितधारकों को निर्देश दिया कि वे विज्ञापनों, रेडियो प्रसारणों और पोस्टर के जरिये डेंगू के रोकथाम और इलाज के बारे में जागरूकता फैलायें।

उन्होंने उनसे साथ ही आग्रह किया कि वे अपने अपने क्षेत्रों में वाहनों पर जनता संबोधन सिस्टम के जरिये जागरूकता उत्पन्न करें। जंग ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि वह यह सुनिश्चित करे कि अस्पतालों, क्लीनिक और प्रयोगशालाएं डेंगू के किसी नाजुक मामले को लेने से इनकार नहीं करें।

उन्होंने साथ ही कहा कि अस्पताल और कर्मचारियों पर अत्यधिक दबाव है लेकिन उन्हें इस चुनौती का डटकर मुकाबला करना चाहिए। उन्होंने इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग से आग्रह किया कि वे बड़े स्कूली बच्चों को क्षेत्रों और आसपड़ोस में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए लगायें।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली सरकार को एक परामर्श जारी करके मच्छरों के पैदा होने पर रोक लगाने के कदम ‘‘तेज’’ करने को कहा है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा सभी निकायों की ओर से दी गई रिपोर्ट के अनुसार 19 सितम्बर तक ऐसे घरों की संख्या 187691 थी जो मच्छरों के पैदा होने के अनुकूल पाये गए। वहीं इस अवधि के दौरान 16999 के खिलाफ कार्रवाई की गई।