दिल्ली पुलिस ने पश्चिमी दिल्ली की टिकड़ी सीमा पर एक व्यक्ति के पास से 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट के रूप में 4996000 हजार रुपए जब्त करने का दावा किया है। 28 साल के दिनेश को रविवार दोपहर साढ़े 12 बजे स्कॉर्पियो से हरियाणा की ओर जाते वक्त तलाशी के लिए रोके जाने पर एक बैग में ये रुपए पाए गए।  पुलिस अधिकारी के मुताबिक, चलन से बाहर हो चुके इन नोटों के साथ झज्जर की ओर जा रहे दिनेश के बारे में खुफिया सूचना मिली थी। शुरुआती जांच में दिनेश ने पुलिस को बताया है कि वह वित्त और प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने वाले पीतमपुरा निवासी अनुज गुप्ता के यहां ड्राइवर का काम करता है और उन्हीं का पैसा लेकर जा रहा था। पु

लिस को शक है कि गुप्ता ने या तो दिनेश को रकम बदलवाने के लिए दी थी या हरियाणा में किसी के पास इसे पहुंचाया जाना था। संबंधित धारा के तहत रकम जब्त कर ली गई हैऔर आयकर विभाग को सूचना देकर आगे की जांच के लिए भेज दिया गया है। इससे पहले आनंद विहार बस अड्डे से 96 लाख और पहाड़गंज चूना मंडी में 70 लाख रुपए बरामद किए गए थे। उधर पश्चिमी जिला पुलिस ने 11 लाख रुपए रखकर झपटमारी की फर्जी सूचना देने वाले एक शख्स को गिरफ्तार करने का दावा किया है। राजौरी गार्डन थाने में इस बाबत शनिवार को शिकायत दर्ज हुई थी। गिरफ्तार अमित सैनी के पास 11 लाख रुपए बरामद भी हो गए हैं। अमित कीर्तिनगर में एक फर्नीचर व्यापारी के यहां काम करता है। वह बसई दारापुर में रहता है। शनिवार को उसके मालिक राकेश ने उसे तिलकनगर के अशोकनगर में रहने वाले यशराज से 11 लाख रुपए लाने को कहा। रुपए लेकर सैनी जैसे ही टैगोर गार्डन मेट्रो स्टेशन के पास पहुंचा तभी मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने उससे रुपए से भरा बैग लूट लिया। यह नोट 500 और 1000 के ही थे।

सैनी को लगा कि मालिक राकेश इसकी शिकायत पुलिस में नहीं करेंगे और वह रुपए लूटने में सफल हो जाएगा, लेकिन राकेश ने जैसे ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, तभी जांच में अमित का बयान विरोधाभासी प्रतीत हुआ। सीसीटीवी फुटेज में लूटपाट जैसी कोई घटना नहीं दिखी तो अमित से पूछताछ शुरू हुई। उसने झूठी सूचना देने की बात कबूल कर ली। अमित ने कहा कि उसे लगा था कि मालिक 500 के नोट होने के कारण पुलिस में शिकायत नहीं करेंगे।