दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन मंगलवार को राज्य में फैल रहे चिकनगुनिया के विषय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। इस कॉन्फ्रेंस के दौरान जैन एक पत्रकार के सवाल पर इतना गुस्साए की उन्होंने फोन उठाकर नीचे फेंक दिया। दरहसल कॉन्फेंस कर रहे स्वास्थ्य मंत्री एक पत्रकार बार बार सवाल पूछे जाने से परेशान थे। उन्होंने उस पत्रकार से कहा कि आप फोन में देखकर सवाल क्यों पूछ रहे हैं। इस पर पत्रकार ने फोन मंत्रीजी के टेबल पर रखते हुए कहा कि दिखाइये कौन से प्रश्न आ रहे हैं। इस बात पर टेबल पर रखा फोन फेंकते हुए सत्येंद्र जैन कहा कि आपको ही फोन फेंकना आता है मुझे फोन फेंकना नहीं आता। इससे पहले सत्येंद्र जैन से जब फैलते चिकनगुनिया के समाधान के बारे में पुछा गया तो उन्होंने उपराज्यपाल नजीब जंग की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जो बस का ड्राइवर है वो ही बस चलाएगा।

सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली सरकार की तरफ से सारी तैयारियां वक्त रहते कर ली गईं थी लेकिन MCD और उपराज्यपाल (LG) नजीब जंग उनका साथ नहीं दे रहे हैं। सत्येंद्र जैन ने कहा कि MCD के कर्मचारी सफाई नहीं कर रहे जिसकी वजह से मच्छर पैदा हो रहे हैं। सत्येंद्र जैन ने यह भी कहा कि कई अधिकारियों को LG ने काम करने से रोका हुआ है। सत्येंद्र जैन ने नजीब जंग पर पूरे सिस्टम को नाकाम करने का आरोप भी लगाया। इसके अलावा सत्येंद्र जैन ने मीडिया को भी निशाने पर लिया। सत्येंद्र जैन के मुताबिक, डेंगू और चिकनगुनिया महामारी नहीं है लेकिन मीडिया उसे महामारी की तरह फैला रहा है। सत्येंद्र जैन से यह भी कहा कि चिकनगुनिया से किसी की मौत नहीं होती। इसके लिए उन्होंने मेडिकल साइंस के प्रमाण की भी बात की। मीडिया पर भड़कते हुए सत्येंद्र जैन ने यहां तक कह डाला कि दिल्ली पीएम मोदी और LG के भरोसे है।
दिल्ली वालों के नाम संदेश देते हुए सत्येंद्र जैन ने कहा, ‘चिकनगुनिया और डेंगू के 90 प्रतिशत केसों में इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होती। अपनी मर्जी से हॉस्पिटल में भर्ती होने की ना सोचें। डॉक्टर के कहने पर ही भर्ती हों। वर्ना वहां भर्ती डेंगू के मरीज से आपको खतरा हो सकता है। अपनी मर्जी से कुछ भी दवाई भी ना लें। क्रोसीन जैसी दवाई बिल्कुल नहीं। बस ज्यादा पानी पिएं। तरह-तरह के जूस पिएं। मोहल्ला क्लीनिक में जाकर इलाज करवाएं। पिछले साल हमने 1.50 लाख लोगों को भर्ती करवाया जबकि 2 या तीन प्रतिशत लोगों को ही डेंगू था।’