दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली की तीन राज्यसभा सीटों में से एक पर संजय सिंह का नाम फाइनल कर लिया गया है। जबकि दो सीटों पर अभी भी असमंजस बरकरार है। इधर अरविंद केजरीवाल ने एक पुराने वीडियो की रिट्वीट करते हुए कहा है कि जिन्हें पद और सत्ता का लालच है उन्हें आम आदमी पार्टी छोड़ देना चाहिए। केजरीवाल के इस रीट्वीट को आप के कद्दावर नेता कुमार विश्वास के लिए संदेश माना जा रहा है। आप नेता कुमार विश्वास के समर्थक पिछले कुछ दिनों से उन्हें राज्यसभा भेजने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर कुमार विश्वास के समर्थकों ने पार्टी दफ्तर में हंगामा भी किया था और धरने पर बैठ गये थे। बता दें कि दिल्ली में राज्यसभा की तीन सीटें हैं। दिल्ली से राज्यसभा के मौजूदा सदस्यों का कार्यकाल 27 जनवरी को खत्म हो रहा है। राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने की आखिरी तारीख 5 जनवरी है। जबकि मतदान और मतगणना 16 जनवरी को होना है।
जिन जिन लोगों को पद और टिकट का लालच है, आज पार्टी छोड़ कर चले जाएं। वो गलत पार्टी में आ गए हैं। – @ArvindKejriwal pic.twitter.com/RHzvbIDZYX
— Nihar Nathani (@Nihar_Nathani) December 28, 2017
सूत्रों के मुताबिक संजय सिंह 4 जनवरी को नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं। इस बीच केजरीवाल और मनीष सिसोदिया शनिवार से 2 जनवरी तक नये साल की छुट्टी मनाने अंडमान निकोबार जा रहे हैं। इससे पहले केजरीवाल ने एक पुराने वीडियो को रीट्वीट कर कुमार विश्वास समेत पार्टी के असंतुष्टों को कड़ा संदेश दिया है। इस वीडियो में केजरीवाल एक इंटरव्यू के दौरान कह रहे हैं, ‘जिन लोगों को देश के लिए काम करना है वो पार्टी में आएं, जिन्हें पद और टिकट का लालच है वो आज पार्टी छोड़कर चले जाएं, वे गलत पार्टी में आ गये हैं।’
राज्यसभा के लिए काबिल उम्मीदवारों की तलाश कर रही आम आदमी पार्टी ने सत्ता और बिजनेस जगत की कई नामी गिरामी हस्तियों को अपने टिकट पर राज्यसभा भेजने की पेशकश की। लेकिन पार्टी को इसमें कामयाबी नहीं मिली। रिपोर्ट्स के मुताबिक आप भाजपा से बागी रुख अख्तियार कर चुके यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी को उच्च सदन भेजने की पेशकश की, लेकिन इन्होंने ये न्योता स्वीकार नहीं किया। केजरीवाल ने इंफोसिस के संस्थापक एम नारायणमूर्ति, नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी और उद्योगपति सुनील मुंजाल से भी संपर्क किया, मगर माना जाता है कि इन्होंने इस पद के लिए मना कर दिया। संसद में मोदी की काट खोजने के लिए आप किसी ऐसे व्यक्ति को राज्यसभा भेजने की फिराक में है जिसकी कद और राजनीति बीजेपी विरोधी रही हो। इसी सिलसिले में पार्टी ने पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन को ऑफर दिया लेकिन यहां से भी उन्हें ना का जवाब मिला।