दिल्ली महिला आयोग (DCW) में कथित भर्ती घोटाले मामले में दर्ज हुई एफआईआर में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का भी नाम है। आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के खिलाफ एसीबी ने एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें केजरीवाल का भी नाम शामिल है। इस मामले में दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता मेरे नाम कैसे एफआईआर में है। बिना प्रधानमंत्री के मंजूरी के एक मुख्यमंत्री का नाम कैसे एफआईआर में हो सकता है। केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा- एफआईआर को पीएमओ में ड्राफ्ट किया गया। यहां तक की एसीबी चीफ मीणा को भी इस बात की जानकारी नहीं है। यह पूरी साजिश दिल्ली सरकार को अस्थिर करने के लिए रची गई है। हम विशेष सत्र में इसको एक्सपोज करेंगे।
वहीं एसीबी चीफ एमके मीणा ने बताया कि केजरीवाल का नाम एफआईआर में शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है। इसमें एसीबी की कोई भूमिका नहीं है। भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्लू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के खिलाफ आयोग की भर्तियों में कथित अनियमितता मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। एसीबी प्रमुख ने एफआईआर दर्ज होने के बाद कहा था कि इस मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ भी नोटिस जारी किया जाएगा।
इससे पहले सोमवार को दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल से एसीबी में पूछताछ की थी। एसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पांच सदस्यीय टीम सोमवार सुबह 11 बजे स्वाति मालीवाल से पूछताछ के लिए डीसीडब्लू पहुंची थी। एसीबी ने पिछले सप्ताह स्वाति मालीवाल को एक नोटिस भेजा था जिसमें उन्हें बताया गया था कि उनसे 19 सितंबर को पूछताछ की जा सकती है। दो घंटे चली पूछताछ के बाद मालीवाल ने कहा था कि उनसे 27 सवाल पूछे गए। नियुक्तियों के सवाल पर स्वाती मालिवाल ने कहा, ‘हमने नियुक्तियां की हैं, सही बात है। मालिवाल ने अपने दावे को दोहराया कि सभी नियुक्तियां प्रक्रिया के तहत की गई हैं।’ पूर्व डीसीडब्लू प्रमुख बरखा सिंह ने एसीबी में दर्ज अपनी शिकायत में 85 लोगों का नाम दिया है। उन्होंने दावा किया है कि इन्हें बिना अपेक्षित योग्यता के नौकरी दी गई है। बता दें कि डीसीडब्लू की पूर्व प्रमुख बरखा शुक्ल सिंह की एक शिकायत के आधार पर एसीबी जांच कर रही है। अपनी शिकायत में बरखा सिंह ने दावा किया था कि आप के कई समर्थकों को डीसीडब्लू में पद दिया गया है।
FIR was drafted in PMO. Even Meena had no knowledge. There's conspiracy to destabilise Del govt. Will expose it in spl assembly session https://t.co/62zTUBieev
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 21, 2016
Arvind Kejriwal ji's name was included in the FIR based on complaint filed by the complainant. ACB has no role in this: MK Meena,ACB Chief pic.twitter.com/Tc0b7Qo8y5
— ANI (@ANI) September 21, 2016