कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जोरदार हमला बोला है। सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों की बैठक में कहा कि राष्ट्रपति चुनाव संकीर्ण मानसिकता वाली साम्प्रदायिक ताकतों के खिलाफ एक जंग है। पार्लियामेंट एनेक्सी में विपक्षी दलों की बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति चुनाव में हमारे पास भले ही संख्या ना हो लेकिन राजनीतिक जंग निश्चित रुप से लड़ा जाना चाहिए और जोरदार तरीके से लड़ा जाना चाहिए। सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों की बैठक में पीएम मोदी और बीजेपी पर भी जोरदार वार किया। सोनिया ने कहा कि हम भारत को उन ताकतों का बंधक बनने नहीं दे सकते और नहीं बनने देंगे जो अपनी संकुचित, विभाजनकारी और साम्प्रदायिक विचारधारा देश पर थोपना चाहते हैं।सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति देश के संवैधानिक प्रमुख होते हैं, उन्हें अपना दायित्व इस तरह निभाना पड़ता है कि देश के संविधान और कानून का संवर्धन, पोषण और रक्षण हो सके। सोनिया गांधी ने देश की वर्तमान सरकार पर हमला बोला और आगे कहा, ‘ लेकिन दुख की बात ये है कि इन दोनों पदों पर संकट मंडरा रहा है।
Delhi: Opposition parties meeting in Parliament Annexe ahead of #PresidentialElection and nomination of VP candidate #GopalKrishnaGandhi pic.twitter.com/9l4RJPk9rd
— ANI (@ANI_news) July 16, 2017
सोमवार 17 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्षी दलों का हौसला बढ़ाते हुए सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति उम्मीदवार की शख्सियत का हवाला दिया और कहा कि मीरा जी और गोपाल कृष्ण जी के रुप में हमलोगों को सर्वोत्तम राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति मिलेगा जो देश को मौजूदा खतरे से बाहर निकाल कर ले जाएगा। सोनिया ने कहा कि इन चुनावों में आंकड़े भले ही हमारे पक्ष में ना हों, लेकिन लड़ाई होगी और जबर्दस्त होगी। बता दें कि उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी दलों के उम्मीदवार गोपाल कृष्ण गांधी 18 जुलाई को नामांकन दाखिल करेंगे। जबकि बीजेपी ने उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने कैंडिडेट के नाम का ऐलान नहीं किया है।