चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई और वरिष्ठ वकील राजीव धवन के बीच बुधवार को कोर्ट में कुछ दिलचस्प बातें हुईं। सीजेआई गोगोई ने इस दौरान धवन से कहा कि वह अपनी चेयर से खड़े होने के बाद वकीलों से बात नहीं करते। न्यूज 18 की रिपोर्ट में इस बारे में विस्तार से बताया गया है। खबर के मुताबिक, गोगाई ने राजीव धवन से कहा, ‘ हम खड़े होकर वकीलों से बात नहीं करते। हम बैठकर वकीलों से बातचीत करते हैं। हमारा यही तरीका रहा है।’ इसके जवाब में धवन ने कहा, ‘अगर ऐसा है तो हमें (वकीलों) चेतावनी दी जानी चाहिए थी।’

दरअसल, बातचीत उस वक्त शुरू हुई जब लंच ब्रेक के बाद जस्टिस गोगोई अपने कोर्ट में पहुंचे। इससे एक घंटे पहले, जब बेंच के जज लंच के लिए उठे तो धवन ने कुछ कहना चाहा, लेकिन सीजेआई वहां से निकल गए। कोर्ट दोबारा शुरू होने पर जस्टिस गोगोई ने धवन से पूछा, ‘जी मिस्टर धवन, आप कुछ कह रहे थे।’ धवन ने जवाब दिया, ‘नहीं मी लॉर्ड, कुछ नहीं। मैं किसी चीज का जिक्र करना चाहता था लेकिन आप चले गए। इसलिए फिलहाल कहने के लिए कुछ नहीं है।’ इस पर सीजेआई ने जवाब दिया, ‘जब आप कुछ कहना चाहते थे तो हम खड़े हो चुके थे। खड़े होने के बाद बातचीत करना सही नहीं है।’

धवन ने सीजेआई की इस बात पर जवाब दिया, ‘मुझे नहीं पता कि यह सही है या नहीं, लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि अलग-अलग चीफ जस्टिस इस अदालत में अलग तरीके अपनाते रहे हैं।’ इस पर सीजेआई ने जवाब दिया, ‘हम खड़े होकर वकीलों से बात नहीं करते। हम बैठकर वकीलों से बात करते हैं। हमारा यही तरीका है। हम खड़े रहने के दौरान बात नहीं करते।’ बता दें कि धवन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अल्पसंख्यक दर्जे से जुड़े मामले में कुछ कहना चाहते थे।