मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज का पोस्टमार्टम घर सोमवार सुबह से शाम तक चर्चा में बना रहा। पुलिस और एंबुलेंस की गाड़ियां के बीच खड़े बुराड़ी हादसे के परिजनों का कहना था कि राजधानी में कई बम विस्फोट हुए, पूर्वी दिल्ली का ललिता पार्क हादसा हुआ पर एक ही परिवार के सभी सदस्यों का इस तरह अचानक मौत को गले लगा लेना नहीं उतर रहा। जो परिवार दूसरे के दुख दर्द में तन-मन-धन से सहायता के लिए हमेशा आगे रहता था आज उस परिवार को कोई भी सदस्य यह कहने के लिए नहीं है कि ऐसा मंजर आखिर आया कैसे? 15 साल के ध्रुव और शिवम से लेकर 77 साल तक की बुजुर्ग नारायण देवी आखिर कैसे ऐसा कदम उठाया होगा? यह बात लोगों के गले नहीं उतर रही। हालांकि शाम पांच बजे सभी शवों के पोस्टमार्टम के बाद पुलिस का कहना है कि किसी के साथ कोई ज्यादती नहीं मिली, अलबत्ता शुरुआती तौर पर यह सामूहिक खुदकुशी का मामला प्रतीत हो रहा है।
सोमवार सुबह जैसे ही संत नगर बुराड़ी के सभी 11 शवों को दिल्ली पुलिस की पायलट गाड़ियां के साथ कैट्स एंबुलेस की 11 गाड़ियां में पोस्टमार्टम घर लाया गया उसका मुख्य गेट तुरंत बंद कर दिया गया। पोस्टमार्टम की सूचना के बाद आसपास के कुछ वैसे लोग भी वहां जमा हो गए जिसे इस घटना की पूरी जानकारी थी। इसी जगह पर रविवार रात को भी कुछ शवों का पोस्टमार्टम किया गया था ताकि घटना में कोई रहस्य मिले। लेकिन पुलिस का कहना था कि कोई संदिग्धता नहीं मिलने से यह तय हो गया था कि बाकी शवों के पोस्टमार्टम में भी कुछ खास नहीं मिलने वाला। शाम पांच बजे जब सभी शवों का पोस्टमार्टम हो गया तो फिर इसी तरह 11 एबुंलेस और आगे-आगे पायलाट गाड़ियां के साथ शवों को निगम बोध घाट अंतिम संस्कार के लिए रवाना कर दिया गया। कुछ रिश्तेदारों की गाड़ियां पीछे-पीछे चल रही थी। इससे पहले एक रिश्तेदार प्रवीण का यह कहना था कि हादसे में जान गंवाने वाली प्रियंका की शादी इसी साल नवंबर में होनी थी।
कुछ दिन पहले उसकी सगाई हुई थी और उस सगाई में घर वालों ने जमकर जश्न मनाया था। प्रवीण का कहना था कि प्रियंका की सगाई की तैयारी में वह शामिल था। सब कुछ धूमधाम से किया गया था और आगे की तैयारी भी धूमधाम से होनी था पर होनी को कौन टाल सकता है। जो बात सपने में भी नहीं सोचा जा सकता था उसे आज वह अपनी आंखों के सामने देख रहा है। अभी पुलिस जो कह रही है उसपर उन्हें विश्वास करना पड़ेगा पर बाद में इसका रहस्य जरूर सामने आएगा कि यह खुदकुशी नहीं बल्कि कुछ और ही किस्सा सामने आएगा। मामले की जांच कर रहे अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार का कहना था कि घर से जो कागजात मिले हैं उसकी जांच चल रही है। रजिस्टरनुमा उस कागज में जो लिखा हुआ है उसकी तहकीकात की जा रही है ताकि हादसे का सच सामने आ सके। दोनों रिश्तेदारों का यह कहना था कि पूरी वारदात को सिलसिलेवार तरीके से रेकी और योजना के मुताबिक अंजाम दिया गया है। जांच के बाद सबकुछ सामने आ जाएगा।

