दिल्ली भाजपा ने आगामी नगर निगम चुनावों को जीतने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी की हैं और इसके लिए अलग से रणनीति बनाई है। भाजपा की समिति से लेकर केंद्र और अन्य राज्यों की टीमों ने इसके लिए सूक्ष्म स्तर पर तैयारियां कर ली हैं। नई रणनीति के तहत ही इस बार चुनावों में नए चेहरे उतारे जा रहे हैं। पुराने वरिष्ठ साथियों को अगले विधानसभा चुनावों में टिकट देने का आश्वासन दिया गया है। पंजाब और गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) की हार के बाद भाजपा को लग रहा है कि यदि ‘आप’ के गढ़ दिल्ली में ही उसको हराया नहीं गया तो यह पार्टी उसके लिए अन्य राज्यों में फिर से सिरदर्द बन सकती है। इसलिए दिल्ली नगर चुनावों में भाजपा का प्रचार कांग्रेस से ज्यादा ‘आप’ के खिलाफ होगा।
भाजपा का मूल आधार उसकी समिति स्तर की टीम होती है। दिल्ली में भाजपा की करीब 10 हजार समितियां हैं। पार्टी ने इन चुनावों से पहले अपनी समिति स्तर के कार्यकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण दिया है। हर समिति में पंच परमेश्वर तय किए गए हैं। ये युवक, महिला और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की टीम है। समिति के प्रत्येक कार्यकर्ता की जिम्मेदारी 20 मतदाताओं को मतदान करवाने की है। समिति के कार्यकर्ता इन दिनों मतदाता सूचियों के जरिए उनकी अलग से सूचियां बना रहे हैं, जिनका उन्हें मतदान करना है। देश में किसी निकाय के लिए हो रहे चुनावों की इस तरह से पहली बार भाजपा में तैयारियां हो रही हैं।
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने भी प्रदेश भाजपा कार्यालय में डेरा डाल लिया है। यहां पर चुनावी वार रूम बनाया जा रहा है जिसका सोमवार को भूमि पूजन हुआ है। भाजपा की इन चुनावों को लेकर तैयारियां इस तरह से हैं, जैसे पार्टी को किसी बडेÞ राजनीतिक युद्ध में उतरना है। दिल्ली में तीनों नगर निगम और विधानसभा की एक सीट के लिए हो रहे चुनाव में बाहरी राज्यों के नेता भी प्रचार अभियान में अभी से कूद पड़े हैं। इसकी शुरुआत भाजपा ने कर दी है। पार्टी नेतृत्व ने हरियाणा सरकार के मंत्रियों को प्रचार अभियान में उतार दिया है।
सामाजिक समीकरणों के हिसाब से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के साथ बुधवार को हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल वैश्य बहुल इलाकों में पार्टी उम्मीदवारों के लिए मत मांगें। सोमवार देर शाम राजा गार्डन इलाके में गोयल और तिवारी ने जनसभाएं कर प्रचार किया। इस दौरान भाजपा नेताओं ने पंजाब और गोवा विधानसभा चुनाव में ‘आप’ की करारी हार का हवाला देकर केजरीवाल सरकार के दांवों को झूठ का पुलिंदा बताया। पंजाब से पंजाबी नेता दिल्ली आकर पंजाबी बहुल इलाकों में प्रचार करेंगे। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि वह अगले सप्ताह पंजाबी बहुल राजौरी गार्डन और तिलक नगर इलाकों में पार्टी के पक्ष में प्रचार करेंगे। अभी तारीख तय होना बाकी है। आगामी 9 अप्रैल को राजौरी गार्डन विधानसभा सीट पर उपचुनाव के बाद 22 अप्रैल को निगम चुनाव से पहले भी वह प्रचार अभियान में हिस्सा लेंगे। दिल्ली में बड़ी संख्या में पूर्वांचल के मत भी हैं। उसके लिए मनोज तिवारी और हाल ही में भाजपा में शामिल हुए रविकिशन तो हैं ही, साथ ही बिहार और झारखंड से भी पार्टी के नेताओं को दिल्ली बुलाया जा रहा है।
