उपराज्यपाल अनिल बैजल के कार्यालय में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके सहयोगियों के धरने का आज छठा दिन है। इस धरने के विरोध में बीजेपी के विधायकों द्वारा एक धरना दिया जा रहा है। साथ ही आप और बीजेपी खेमों से लगातार बयानों के तीर छोड़े जा रहे हैं। इसी सिलसिले में दिल्ली बीजेपी के सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने केजरीवाल पर हमला किया है। उन्होंने कहा है कि सीएम केजरीवाल मनीष सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन को अनशन पर बिठाते हैं और फिर उनके सामने आलू के पराठे खाते हैं। उन्होंने केजरीवाल पर तीखा व्यंग्य कसते हुए कहा कि केजरीवाल को शर्महीन नेता का ऑस्कर खिताब मिलना चाहिए। प्रवेश साहिब सिंह ने ट्वीट किया, “Oscar for most shameless goes to- keju मनीष सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन को अनशन पर बिठाकर उनके सामने बैठकर आलू के पराठे खाता है केजरीवाल। और फिर tweet करता है- ये दोनों बिलकुल ठीक हैं अभी तो केवल 4 दिन से बैठें हैं। ये दोनों तो गए।” बता दें कि केजरीवाल के साथ धरने पर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, गोपाल राय और सत्येंद्र जैन भी बैठे हैं। मनीष सिसोदिया धरने के साथ भूख हड़ताल पर भी है।

बता दें कि दिल्ली के बीजेपी विधायक और नेता दिल्ली में पानी की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। इस मुद्दे पर घेरते हुए प्रवेश साहिब सिंह ने ट्वीट किया, “केजरीवाल जी और उनके विशिष्ट मंत्रियों के हिसाब से अगर मुख्यमंत्री से पानी मांगना, उनको काम पर बुलाना गुंडागर्दी है. तो एलजी कार्यालय में दिल्ली को भूला उसकी समस्याओं को भूला पसरना क्या है? तुम करो तो चमत्कार हम करें तो अत्याचार? हम कर रहे सत्याग्रह तुम कर रहे तो आग्रह।” इस बीच केजरीवाल के धरने को खत्म कराने के लिए आप नेता संजय सिंह ने शुक्रवार (15 जून) को गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की।

गृह मंत्री से मुलाकात करने के बाद संजय सिंह ने उम्मीद जताई कि आप सरकार और उपराज्यपाल के बीच चल रही तनातनी का ‘‘सार्थक’’ समाधान ढूंढ लिया जाएगा। संजय सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करने के बाद मुझे उम्मीद है कि दिल्ली के लोगों के हित में उपराज्यपाल सार्थक समाधान निकालेंगे।’’ आप के वरिष्ठ नेता ने बैजल और प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पार्टी द्वारा उठाए गए मुद्दों का समाधान करने के लिए वे ‘‘चिंतित नहीं’’ हैं।  सांकेतिक प्रदर्शन करते हुए दिल्ली में सभी 70 सीटों के आप नेताओं ने प्रधानमंत्री आवास पर राशन के पैकेट भेजे। उनका इशारा बैजल द्वारा महत्वाकांक्षी परियोजना को मंजूरी दिलाने की तरफ था ताकि लोगों के दरवाजे तक राशन भेजा जा सके।