कक्षा 12 में देशभर में दूसरे और दिल्ली-एनसीआरमें शीर्ष स्थान पर रहीं अंतरा कपूर ने बताया कि स्कूल की पढ़ाई के बाद वह घर में नियमित रूप से तीन-चार घंटे पढ़ाई करती थीं। अंतरा को 99.25 फीसद अंक मिले हैं। उनके मुताबिक, सतत प्रयास से किसी भी लक्ष्य को आराम से हासिल किया जा सकता है।
अंतरा ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि वह शीर्ष दस में आएंगी, लेकिन देशभर में दूसरा स्थान हासिल करना उनके लिए भी किसी सपने से कम नहीं है। दिल्ली के भीकाजी कामा प्लेस में रहने वालीं अंतरा श्रीराम स्कूल में पढ़ाई कर रही हैं। उन्होंने अपनी उपलब्धि का श्रेय माता-पिता के साथ अपने शिक्षकों को भी दिया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने कभी ट्यूशन नहीं पढ़ा, लेकिन स्कूल में पढ़ाई के अलावा घर में नियमित रूप से तीन से चार घंटे पढ़ाई की है। अब वह आगे की पढ़ाई के लिए सिंगापुर जाना चाहती हैं। उन्होंने हांगकांग ओर सिंगापुर विश्वविद्यालय में आवेदन कर दिया है। उन्हें दोस्तों के साथ बैडमिंटन खेलना और फिल्में देखना पसंद है। अंतरा के पिता असीम कपूर इटेलियन इंडस्ट्री में हैं जबकि मां गृहणी हैं।
परीक्षा से पहले बढ़ाया था पढ़ने का समय : जीवांश कक्कड़
कक्षा 10 में 98.80 फीसद अंकों के साथ दिल्ली-एनसीआर में शीर्ष पर रहे जीवांश कक्कड़ की गणित में शुरू से ही ज्यादा दिलचस्पी रही है। अंकों के साथ खेलना उसका शौक रहा है। इसलिए शुरू से ही वह परीक्षाओं में अव्वल आता रहा है। डीएलएफ फेज-3 में रहने वाले जीवांश के मुताबिक, उसने स्कूल के अलावा घर में तीन से चार घंटे पढ़ाई की।
परीक्षा के दो महीने पहले से उसने घर में पढ़ाई का समय थोड़ा बढ़ा दिया था। उन्होंने गणित, संगीत और सामाजिक अध्ययन में पूरे अंक हासिल किए हैं। हिंदी, अंग्रेजी और विज्ञान में 97-97 अंक हासिल किए हैं।
जीवांश के पिता अजय कक्कड़ व्यवसायी हैं, जबकि मां दीपा कक्कड़ गृहणी हैं। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया में उसकी रुचि तो है, लेकिन मूल काम की वजह से वह इसमें ज्यादा समय नहीं दे पाता। उसने बताया कि गणित के अलावा उसका मुख्य विषय संगीत है।

