आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने एक बार फिर से ऐसा बयान दिया है जो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गले नहीं उतर सकती है। कुमार विश्वास ने कहा है कि आम आदमी पार्टी में उन सभी लोगों को वापस लाने की जरूरत है जो पिछले पांच सालों में अलग-अलग वजहों से पार्टी छोड़कर जा चुके हैं। पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे कुमार विश्वास ने रविवार (3 दिंसबर) को दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया और अपनी राय रखी। कुमार विश्वास ने कहा कि हमें परेशानी हो सकती है, मगर हमें पीछे नहीं हटना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें आम आदमी पार्टी का वर्जन-2 तैयार करना चाहिए, जहां पर उनसभी को वापस लाना चाहिए जो हमें छोड़कर चले गये हैं, इसके बाद हमें आम आदमी पार्टी के मूल सिद्धातों पर काम करना होगा जो पांच साल पहले तय किये गये थे।’ इससे पहले कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कहा था कि आंदोलन वाले दिनों की राष्ट्रवादी भावना को जगाने के लिए दिल्ली स्थित पार्टी दफ्तर में संवाद होगा।

बता दें कि पार्टी से छोड़कर जा चुके वरिष्ठ नेताओं जैसे योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण को वापस लाने की मांग पहले भी हो चुकी है। लेकिन सीएम अरविंद केजरीवाल और उनका खेमा इन मांगों की ओर ज्यादा तवज्जो नहीं दे रहा है। कुमार विश्वास ने कार्यकर्ताओं से कहा कि कुछ लोग उनके 26 नवंबर के भाषण के बाद फिर से सक्रिय हो गये हैं। ऐसे लोग उनकी छवि को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, लेकिन वे सफल नहीं होंगे। बता दें कि पिछले कुछ महीनों से कुमार विश्वास और सीएम अरविंद केजरीवाल के बीच आम आदमी पार्टी में शीत युद्ध जैसा चल रहा है। इससे पहले कुमार विश्वास ने आम आदमी पार्टी और लालू यादव की पार्टी राजद के बीच किसी भी तरह के राजनीतिक गठबंधन का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि जब तक उनके जैसा एक भी शख्स आप में मौजूद रहेगा लालू यादव के साथ राजनीतिक साझीदारी की इजाजत नहीं दी जाएगी।

जनसत्ता ने 28 नवंबर को लालू-केजरीवाल की संभावित दोस्ती की खबर छापी थी।कुमार विश्वास अपने ट्वीट, कविताओं और भाषणों से आप के केन्द्रीय नेतृत्व पर हमला करते रहते हैं। कुमार विश्वास ने 2 दिसंबर को भी एक ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा, ‘दुआ करो मैं कोई रास्ता निकाल सकूं, खुदी को थाम सकूँ,आप को सँभाल सकूं।’ सियासी गलियारों में इस ट्वीट के अलग अलग मतलब निकाले जा रहे हैं।