दिल्ली से सटे राज्य हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार जल्द ही 5 नए जिलों का ऐलान कर सकती है। मौजूदा वक्त में हरियाणा में 22 जिले हैं और पांच नए जिले बनने के बाद यह संख्या बढ़कर 27 हो जाएगी। जिलों को बनाने या बदलने का अधिकार राज्य सरकार के पास होता है। इस संबंध में सरकार पूरी तैयारी कर चुकी है।

हरियाणा में मौजूदा वक्त में 22 जिलों के नाम- अंबाला, भिवानी, कुरूक्षेत्र, महेंद्रगढ़, करनाल, चरखी दादरी, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, फतेहाबाद, गुरुग्राम, पंचकुला, पानीपत, सोनीपत, हिसार, रेवाडी, रोहतक, झज्जर, जींद, सिरसा, यमुनानगर, कैथल और करनाल हैं। जो नए जिले सरकार बनाने जा रही है उनमें- हांसी, डबवाली, गोहाना, असंध और सफीदों शामिल हैं।

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हांसी और डबवाली हिसार और सिरसा जिले का हिस्सा हैं, गोहाना सोनीपत जबकि असंध करनाल का और सफीदों जींद जिले का हिस्सा है। किसी भी शहर को जिला घोषित करने के लिए कई मानदंड होते हैं। जैसे- इनमें 10 लाख से ज्यादा की आबादी होनी चाहिए, जिला मुख्यालय से उनकी दूरी 50 किलोमीटर से ज्यादा होनी चाहिए और इसमें तीन से चार तहसीलें होनी चाहिए।

सैनी सरकार ने बनाई थी उप समिति

नायब सिंह सैनी सरकार ने इन पांच शहरों को जिलों में बदलने के संबंध में 5 दिसंबर, 2024 को एक कैबिनेट उप समिति का गठन किया था। उप समिति के प्रमुख पंचायती मंत्री कृष्ण लाल पंवार थे और इसमें शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल, संसदीय कार्य मंत्री महिपाल ढांडा और कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा भी शामिल हैं। इस उप समिति का कार्यकाल 4 मार्च, 2025 को समाप्त हो गया था लेकिन इसे 30 जून, 2025 तक बढ़ा दिया गया था।

मानेसर को भी जिला बनाने की मांग

मानेसर को भी अलग जिला बनाने की मांग सभी राजनीतिक दल कर रहे हैं लेकिन उप समिति ने अभी तक इसे लेकर अपनी अंतिम राय नहीं दी है। यह उप समिति अब पांच नए जिलों की सिफारिश करने के लिए तैयार है।

बीजेपी ने हरियाणा में पार्टी अध्यक्षों की नियुक्ति के वक्त ही संकेत दे दिए थे कि वह पांच नए जिले बनाएगी। जिला बनाने का फैसला प्रशासनिक सुविधा को बढ़ाने और राजनीतिक कारणों से किया जाता है।

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