छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर जिले में पुलिस ने मुठभेड़ में नक्सली डिप्टी कमांडर को मार गिराया है। बस्तर जिले के पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि जिले के दरभा थाना क्षेत्र के मोडेनार गांव के जंगल में पुलिस ने मुठभेड़ में कटेकल्याण लोकल आर्गेनाइजेशन स्क्वाड के डिप्टी कमांडर सुखराम को मार गिराया है। उन्होंने बताया कि दरभा थाना क्षेत्र में सुरक्षा बल के दल को गश्त के लिए रवाना किया गया था। दल जब मोडेनार गांव के जंगल में था तब नक्सलियों ने उस पर गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की। कुछ देर तक दोनों ओर से गोलीबारी होने के बाद नक्सली भाग गए। बाद में जब पुलिस दल ने इलाके में खोजबीन की तो वहां से सुखराम का शव, एक भरमार बंंदूक, टिफिन बम, नक्सली साहित्य और अन्य सामान बरामद किया गया।
उन्होंने बताया कि बस्तर जिले में सुखराम के खिलाफ लगभग 18 मामले दर्ज हैं जिनमें से चार रेल पटरी और रेलवे स्टेशन को नुकसान पहुंचाने से संबंधित हैं। सुखराम के खिलाफ इस महीने की 13 तारीख को कुमारसारदा रेलवे स्टेशन में तोड़फोड़ का भी आरोप है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रेलवे स्टेशन में तोड़फोड़ की घटना के बाद आरोपी नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान जारी है।
उधर राज्य के नक्सल प्रभावित कोंडागांव जिले में नौ नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। कोंडागांव जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिला मुख्यालय में सोमवार को नौ नक्सलियों जयसिंग (35), नरेश नाई (37), मोहपाल मंडावी (57), फागूराम शोरी (40), धन्नूराम आचला, दिनेश उर्फ नैतुक कावड़े (34), जुगेर सिंह कोर्राम (23), कंगलू उसेंडी (52) और हिरऊराम वट्टी (39) ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में आठ जनमिलिशिया सदस्य और एक नाट्य मंडली का सदस्य है।
अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने राज्य शासन के पुनर्वास और आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर और पुलिस के चलाए नक्सल विरोधी अभियान से दबाव में आकर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने की इच्छा जताई और बाद में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इन नक्सलियों ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि वह आंध्र प्रदेश के बड़े नक्सली नेताओं की प्रताड़ना और भेदभाव से प्रताड़ित थे।