केन्द्र के दो मंत्रियों के काफिले पर बारगढ़ में कथित रूप से बीजद कार्यकर्ताओं द्वारा हमले के एक दिन बाद भाजपा ने इस घटना को लेकर ओड़िशा सरकार की आज आलोचना की और ढेनकनाल में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को काले झंडे दिखाए गए।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं ओड़िशा के प्रभारी अरुण सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ यह (बारगढ़ की घटना) एक बहुत गंभीर मामला है। यदि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति होती है तो राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करने की स्थिति बन सकती है।’’

केन्द्रीय मंत्रियों संतोष गंगवार और साध्वी निरंजन ज्योति एवं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के काफिले पर हमले की कड़ी निंदा करते हुए सिंह ने कहा कि इससे बीजद की घटती लोकप्रियता और भाजपा की ओर बढ़ते जनाधार को लेकर उसकी कुंठा जाहिर होती है। उन्होंने कहा, ‘‘ यह घटना दर्शाती है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।’’

सिंह ने आरोप लगाया कि ओड़िशा के लोगों ने ‘भ्रष्ट एवं निष्प्रभावी’ बीजद को खारिज करना शुरू कर दिया है और यह हाल के स्थानीय निकायों के उप चुनावों के नतीजों से सिद्ध होता है। प्रदेश भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्यपाल एस.सी. जमीर से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपकर इस घटना की स्वतंत्र जांच कराने और आरोपियों पर मामला दर्ज करने का राज्य सरकार को निर्देश देने की मांग की।

इस बीच, पुलिस ने कहा कि ढेनकनाल जिले में गांडिया में भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने मुख्यमंत्री के एक कार्यक्रम में पटनायक को काले झंडे दिखाए और सत्तारूढ़ बीजद के खिलाफ नारेबाजी की। मुख्यमंत्री एक नहर परियोजना का उद्घाटन करने वहां गए थे। इससे मुख्यमंत्री को अपना कार्यक्रम छोटा करना पड़ा और वे जल्दी ही कार्यक्रम छोड़कर चले गए।

पुलिस ने कहा कि नारेबाजी कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकते हुए बीजद कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई की जिसमें स्थानीय निकाय के पार्षद नवीन दलाई समेत कुछ भाजपा कार्यकर्ता घायल हुए। जिला खुफिया ब्यूरो के पुलिस उपाधीक्षक अशोक पंडित ने कहा कि कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जिले में अलग..अलग स्थानों से 120 भाजपा समर्थकों को हिरासत में लिया गया।