नैनीताल के हल्द्वानी में एक मंदिर के पास एक स्कूल के गेट पर बछड़े का सिर मिलने की अफवाह फैलने के बाद, रविवार रात भीड़ ने इलाके की दुकानों और अन्य संपत्तियों में तोड़फोड़ की। जिसके बाद सोमवार को तनावग्रस्त इलाके में भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस के अनुसार, हल्द्वानी के बनभूलपुरा में पशु के अवशेष मिलने के बाद रविवार रात को एक समूह इकट्ठा हुआ। सोशल मीडिया पर इसकी खबर फैलने के बाद भीड़ जमा हो गई। उन्होंने शहर के विभिन्न हिस्सों में अल्पसंख्यक समुदाय की दुकानों और अन्य संपत्तियों में तोड़फोड़ की। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया।

रविंदर गुप्ता नाम के एक व्यक्ति ने एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों से पता चला है कि एक कुत्ता जंगल की तरफ से जानवर के अवशेष लाता हुआ दिखाई दे रहा था। पुलिस ने बताया कि प्राथमिक तौर पर, स्थानीय पूछताछ से पता चलता है कि जंगल में किसी जानवर के बच्चे को जन्म देने के बाद, उसके शव के टुकड़ों को घसीटकर बाहर ले जाया गया था। पुलिस ने अवशेषों को आगे की जाँच और फॉरेंसिक टीम द्वारा की जाने वाली कार्यवाही के लिए अपने कब्जे में ले लिया है। सोशल मीडिया पर इसकी खबर फैलने के बाद जमा भीड़ ने शहर के विभिन्न हिस्सों में अल्पसंख्यक समुदाय की दुकानों और संपत्तियों में तोड़फोड़ की।

सात लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया

पुलिस अधीक्षक (क्राइम) जगदीश चंद्र ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि रविवार रात बीएनएसएस की धारा 172 के तहत सात लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया। अधिकारी ने कहा, “हम भीड़ की पहचान कर रहे हैं और जल्द ही गिरफ्तारियां करेंगे। शव का पता लगाने के लिए भी जांच जारी है।” एसपी ने बताया कि वर्तमान में शहर में तीन पुलिस उपाधीक्षक, आठ थानों के अधिकारी और प्रांतीय सशस्त्र बल की दो कंपनियां तैनात हैं।

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एफआईआर में 40-50 अज्ञात व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया है।तोड़फोड़ के संबंध में दर्ज FIR के अनुसार, “कुछ असामाजिक तत्वों ने भीड़ इकट्ठा की और हल्द्वानी शहर के विभिन्न हिस्सों में अनावश्यक अशांति पैदा करते हुए कथित तौर पर पथराव और तोड़फोड़ की, सड़क पर खड़े वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और राहगीरों के साथ मारपीट भी की।”

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एफआईआर में कहा गया है, “करीब 40-50 अज्ञात बदमाशों ने मिलकर बरेली रोड स्थित शमा रेस्टोरेंट और आसपास की अन्य दुकानों और सड़क पर खड़े वाहनों में तोड़फोड़ की। उन्होंने हल्द्वानी शहर के पीली कोठी स्थित दुकानों पर पथराव किया और स्थानीय टेंपो चालक और अन्य लोगों के साथ मारपीट की, साथ ही जान से मारने की धमकी देकर शहर का माहौल बिगाड़ने और शांति/कानून व्यवस्था को प्रभावित करने का प्रयास किया।”