मुजफ्फरपुर बालिका गृह (शेल्टर होम) कांड में एक नया खुलासा हुआ है। पांच साल पहले यहां से बचकर भागी लड़की से 13 दिनों तक उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में दुष्कर्म किया गया था। 15 वर्षीय पीड़िता मूल रूप से इटावा की रहने वाली है। उसके चाचा कानपुर में रहते थे, जहां वह उनसे मिलने पहुंची थी। हालांकि, कुछ वक्त बाद वह वहां से एक स्कूल में चली गई थी, जहां उसकी इज्जत के साथ खिलवाड़ किया गया। आरोप है कि स्कूल के प्रिसिंपल ब्रजेश वाजपेयी ने तब 13 दिनों तक उसके साथ दुष्कर्म किया था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, कानपुर में इस घटना के बाद इटावा के एकदिल थाने में दुष्कर्म को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई। पुलिस का कहना है कि पीड़िता फिलहाल लखनऊ के मोतीनगर स्थित शेल्टर होम में है। वहीं, फरार हुई चार लड़कियों में से दूसरी लड़की शादी कर चुकी है, जो कि अहियापुर की निवासी है। बाकी की दो लड़कियों के बारे में जो जानकारी मिली, तो गलत थी।
कैसे हुआ खुलासा?: शेल्टर होम से चार लड़कियों के भागने के बाद पुलिस ने उस मामले में जांच-पड़ताल की, तब यह बात सामने आई। चार में से दो लड़कियों के बारे में कुछ भी पता नहीं चल पाया, जिसके बाद मुजफ्फरपुर के एक थाने में उनके अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
ऐसे पुलिस को मिला सुरागः पुलिस ने इसके बाद फरार लड़कियों की फाइलें निकलवाईं, जिसमें पता चला कि लड़कियों के शेल्टर होम से भागने पर सनहा की प्रति (शेल्टर होम की ओर से दी गई प्री-एफआईआर) का कोई अता-पता नहीं है। वैसे स्टेशन के रजिस्टर में सनहा का कुछ हिस्सा था, जिसकी मदद से फरार लड़कियों के नाम-पता की जानकारी जुटाई गई। पुलिस अधिकारियों ने इसी के बाद कानपुर और इटावा का रुख किया था।
‘हम है शर्मसार, पापियों को नहीं बख्शेंगे’: उधर, बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ी है। शुक्रवार (तीन अगस्त) को उन्होंने कहा है, “हम इस घटना से शर्मसार हैं। हमें बच्चियों के बारे में जानकर बेहद पीड़ा हुई। मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है। पापियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।”