उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में छह साल पहले हुए दंगे के दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। यह फैसला एक स्थानीय अदालत ने दिया है। इस मामले में सात लोगों को बुधवार को ही दोषी करार दिया गया था। इन सातों पर दो युवकों की हत्या का आरोप था। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस घटना के बाद ही मुजफ्फरनगर में दंगे भड़के थे।
इन युवकों को हुई सजाः 2013 में कवल गांव से शुरू हुए इन दंगों में करीब 60 लोगों की मौत हुई थी। जिले के सरकारी वकील राजीव शर्मा ने बुधवार को बताया कि अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश ने युवकों की हत्या और दंगों के मामले में मुजम्मिल, मुजस्सिम, फुरकान, नदीम, जनांगिर, अफजल और इकबाल को दोषी करार दिया था। एक टीवी चैनल से बातचीत में दोनों मृतकों के परिजनों ने खुशी जाहिर करते हुए की। मृतकों में से एक के पिता ने कहा, ‘हम ही जानते हैं हमने क्या खो दिया।’
6000 केस दर्ज हुए इस मामले मेंः पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिलने के चलते बुलंदशहर की जेल में बंद मुजम्मिल नाम के शख्स की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करवाई गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक 2013 के दंगे के बाद इस घटना से जुड़े करीब छह हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। दंगों में कथित भूमिका के लिए 1480 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। हाल ही में दोनों पक्षों के बीच समझौते और केस वापसी की कोशिश भी कराई गई थी। इन दंगों के बाद भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के नेताओं ने एक-दूसरे पर कई आरोप लगाए थे।