दिल्ली में आसन्न निगम चुनाव में इस बार कांग्रेस और भाजपा के बाद आप और बसपा ने भी जमकर परिवार पर भरोसा जताया है।दिल्ली में तीनों बड़े राजनीतिक दलों भाजपा, कांग्रेस और आप की तरफ से इस बार ऐसे लोगों को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा गया है, जिनके परिवार से पहले ही एक व्यक्ति पार्टी में बड़े पद पर है।

इस बार के चुनाव में अलग-अलग राजनीतिक दलों के पांच वर्तमान विधायकों के परिवार से उनके बेटे, बहू या पत्नी को और पांच से अधिक पूर्व विधायकों के परिवार वालों को चुनावी मैदान में उतारा गया है। वहीं कुछ पूर्व मेयर रह चुके बड़े नेताओं के परिवार से भी आने वाले लोगों को टिकट मिला है।

कांग्रेस पार्टी में परिवारवाद पर कम ही लोग चर्चा कर रहे हैं। निगम चुनाव में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने तमाम विरोधों को दरकिनार करते हुए अपने कई पूर्व विधायकों के परिजनों पर भरोसा जताया है। प्रदेश उपाध्यक्ष और सुल्तानपुर माजरा से विधायक रहे जयकिशन ने अपनी नाराजगी को बहु बरूणा ढ़ाका को टिकट देकर पूरा करवा लिया। इसी प्रकार पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद की बहू शगुफ्ता चौधरी चौहान बागर से, नांगलोई के पूर्व विधायक मास्टर विजेंद्र सिंह के बेटे मंदीप सिंह निहाल विहार से, कांग्रेस के एक राज्य के सहप्रभारी और पूर्व पार्षद तरूण कुमार की पत्नी प्रेरणा सिंह किसनकुंज से, पूर्व विधायक बलराम तंवर के बेटे जोगेंद्र तंवर भाटी वार्ड से और आयानगर से कांग्रेस के वेदप्रकाश लोहिया की पत्नी को टिकट मिला है।

एक दशक से दिल्ली में अपनी जड़ें जमा चुकी आम आदमी पार्टी वर्तमान में चार मौजूदा विधायकों शोएब इकबाल के बेटे आले इकबाल को मटिया महल से, विधायक प्रहलाद सिंह साहनी के बेटे पूरनदीप सिंह साहनी को चांदनी चौक वार्ड से, विधायक अब्दुल रहमान की पत्नी आसमां बेगम को चौहान बांगर वार्ड से, विवादों में रहे विधायक प्रकाश जारवाल की पत्नी ज्योति जारवाल को तिगड़ी वार्ड से, निगम में विपक्ष के नेता रहे राकेश कुमार की पत्नी को दिल्ली गेट वार्ड से और हाकस सिंह की पत्नी अनिता हाकम सिंह को न्यू अशोकनगर से चुनाव मैदान में उतारा है।

भाजपा में राज्यसभा सांसद व राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम के बेटे भारत गौतम को शाहदरा, पूर्व विधायक अजीत सिंह खड़खड़ी के बेटे अमित खड़खड़ी को नजफगढ़ वार्ड, पूर्व विधायक तरविंदर सिंह मारवाह के बेटे अर्जुन पाल सिंह मारवाह को लाजपत नगर से और पूर्व महापौर कंवर सेन की बहू चेरी सिंह को विश्वास नगर, पूर्व मेयर नरेंद्र चावला की पत्नी उर्मिला चावला को जनकपुरी से, ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष अमित भाटी की पत्नी प्रीती भाटी को एंड्रूयगंज से, पूर्व पार्षद सुभाष भड़ाना की चितरंजन पार्क से कंचन भड़ाना चौधरी को टिकट देकर परिवारवाद पर भरोसा जताया है। वहीं बसपा ने भी करीब आधा दर्जन सीटें अपने पुराने नेताओं के रिश्तेदारों को देकर चुनाव मैदान में उतारा है। मयूर विहार के निगम पार्षद रह चुके सुरजीत सिंह के भाई सतीश सिंह इस बार भाई के नाम पर ही न्यू अशोकनगर से बसपा के टिकट पर भाग्य आजमा रहे हैं।